29-07-2020, 10:23 AM
दोनों खाना खाने बैठे तो कमला भी नीचे बैठ गयी और वो भी खाने लगी तभी मुझे शरारत सृझी मेने कमला को कहा,--क्यू री तूने कल मसाज अच्छी तरह से नही की क्या जो आज अमित जल्दी नहा लिया
कमला ,--अरे भाभी रोज रोज मेरी जैसी मसाज बहुत भारी पड़ेगी आपको
मैं ,--कैसे
कमला,--एक बार अगर अमित भैया को मेरी आदत लग गयी तो वो सबको भूल जाएंगे
में , मसाज में क्या आदत लगेगीं वो कोई नशा थॉडी ही है
कमला,--वो तो आप अमित भैया से पूछे
अमित चुपचाप खाना खा रहा था उसने कुछ नही बोला तो में भी चुपचाप खाकर बरतन किचन में ले गयी और फिर सिंक में जोरदार तरोके से बरतन फेंके और फर्श पर बैठकर चिल्लाने लगी ।
तभी अमित दौड़कर आया ओर पूछा ,क्या हुआ
में रोते हुए ,-मेरा पैर फिसल गया और घुटने में दर्द हो रहा है
उसने उठाने के लिए हाथ बढाया पर में थोड़ा सा उठकर चिलाते हुए वापस बैठ गयी तभी कमला भी आ गयी और मुझ से पूछने लगी कि क्या हुआ
तो मैने फिसलने का वजह बताया ,तभी अमित ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बाहर की ओर ले जाने लगा में जोर से चिललाने लगी और कमला की और देख कर आंख मार दी, कमला मुस्करा में लगी और वापस आँख मारकर लगें रहो का इशारा किया
अमित ने मुझे बाहर सोफे पर बिठाया और जैसे ही पैर पर हाथ लगाया फिर से चिल्लाते हुए दूर कर दिया तभी कमला मेरे पास आयी और मेरी साड़ी को घुटनों तक उठा कर देखा फिर बोली ,--अमित भैया चोट नही है मुझे लगता है मोच आ गयी है मालिश करने से मोच निकल जायेगी
वो अमित को देखकर बोली ,--अमित भैया ,आप जल्दी से दिनु काका को बुला लीजिये ,
अमित जल्दी से उठा और गेट की तरफ जाने लगा तो मेने उसको दर्द से कराहते हुए कहा कि,- उसका नंबर मेरे फ़ोन में है फोन कर लो
पर अमित बोला कि फोन की जगह में उसको पकड़ कर साथ ही ले आता हूँ और लिफ्ट में घुस गया
उसके जाते ही कमला बोली वो उसको तैयार करके लाएगा की मोच के साथ ही मसाज भी कर दे ,जिसे सुनकर में हंसने लगी और उसको गेट बंद करने को कहा जिससे उनके आने से पहले हम लोग सतर्क हो जाएं
कमला गेट बंद करके ,--भाभी गज़ब की एक्टिंग की है आपने ,आप को तो फिल्मों में काम करना चाहिए सब हीरोइनों को फेल कर दोगी
हम लोग लगभग 15 मिनट तक बातें करते रहे और इस दौरान बाम वगैराह भी पास में रख लिए जिससे उनको लगे की कमला ने अपनी तरफ से कोई कोर कसर नही छोड़ी है
तभी बेल बजी औऱ कमला ने गेट खोला अमित जल्दी से अंदर आया और मेरे पास बैठ कर पूछा अब कैसा है कुछ राहत मिली कि नही तो मैने हल्का सा कराहते हुए कहा ,--कमला ने बाम लगाई है इसलिए थॉडी राहत है
तभी दिनु काका मेरे पैरों के पास आकर फर्श पर बैठ गए और पूछा किस पैर में दर्द है तो कमला बोली बांये पर में और दिनु काका को कुछ इशारा किया
तो दीनू काका बोले ,--बेटा में तुम्हारे पैर पर हाथ रखता हूँ तुम बताना ज्यादा दर्द किस जगह पर है और फिर साड़ी के ऊपर से हाथ रखकर दबाने लगे फिर एक जगह हाथ लगते ही में जोर से चिल्लाने लगी तो बोले ,--अरे ये तो पिंडली में है बेटी तुम चिंता मत करो अभी दस मिनट में चला जायेगा
फिर कमला को बोले ,-कमला जा रसोई में जाकर एक कटोरी में सरसों का तेल गरम करके ला और अमित को बोले ,--अमित बाबू आप मेमसाहब को नीचे चटाई पर सुला दीजिये में अभी तेल की मालिश कर के दर्द को ठीक कर देता हूँ
अमित उठकर चटाई बिछाया औऱ फिर मुझे बाहों में उठा कर नीचे सुला दिया में एक बार फिर हल्का कराहने की एक्टिंग की और चटाई पर सो गई
तभी कमला रसोई से एक कटोरी में तेल लेकर आई और चटाई के पास रखकर बोली ,--अमित भैया में नीचे सीमा भाभी के यहां जा रही हूं अगर कोई काम हो तो मुझे फोन कर के बोल देना में आ जाऊंगी,और वो गेट खोलकर चली गयी
अमित ने उठकर गेट बंद किया और मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गया जो पैरों की तरफ था और बोला ,--दिनु काका करिये ना मसाज रेखा को दर्द हो रहा है
दिनु काका उठकर मेरे पैरों के पास आकर बैठते हुए बोले ,--बस अमित बाबू एक बार हाथ लगने की देरी है आप देखिए कैसे दर्द ठीक करता हूँ ,मेरे पास तो मोच निकलवाने के लिए आस पास की कॉलोनियों से बहुत सारे लोग आते है जो डॉक्टरों के दवा से परेशान हो जाते है
फिर दिनु काका मेरे पैरों के पास बैठ जाते है और साड़ी को ऊपर करने की कोशिश करते है पर में पैर को दूर कर लेती हूं ये देखकर दिनु काका बोलते है ,-बेटा दूर जाने से कैसे होगी मालिस और मालिश नही होगी तो मोच नही निकलेगी
तभी अमित बोलता है ,--यार क्यों दूर हो रही हो दिनु काका की उम्र तुम्हारे पापा से भी ज्यादा है और में पास में बैठा हूँ डरो मत
फिर दिनु काका थोड़ा खिसक कर पास आते है और साड़ी को ऊपर करके बोलते है ,--अरे बेटी तुम तो मेरी बेटी की उम्र की हो अगर इस तरह करोगी तो दर्द किसे ठीक होगा ।
फिर दिनु काका ने तेल लेकर पैर में लगाना शुरू किया पहले थोड़ा एड़ी में लगाया ओर धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ने लगे साड़ी जो घुटने तक थी उनके हाथ ऊपर की तरफ बढ़ने के साथ ऊपर होती जा रही थी और मेरी चीखें भी उनकी मालिश के साथ कम होती जा रही थी ,
दिनु काका तो साइड में बैठे थे इसलिए घुटने से ऊपर उनको कुछ नही दिख रहा था पर अमित जहां बैठा था उसको जरूर मेरी थॉडी बहूत जांघे दिख रही होगी जिसका असर उसके पेंट पर दिख रहा था वो मन मे सोच रहा होगा कि थॉडी साड़ी और ऊपर हो जाती तो पेंटी दिख जाती उसका पेंट फूलना चालू हो गया था जिससे लग रहा था कि लण्ड ने सर उठाना चालू कर दिया है तभी अमित मेरी आँखों मे देखते हुए अपना हाथ अपने पेंट पर ले गया और मुझे दिखाते हुए पेंट के ऊपर से लण्ड को मसलने लगा
तभी दिनु काका बोले ,--बेटी अब आराम मिल रहा है या नही
में,- थोड़ा ठीक लग रहा है
मेने सोचा था कि एक साथ पूरा ठीक होने का बोलूंगी तो कही शक हो जाएगा लेकिन मुझे ये नही पता था कि ये बोलना मेरे लिए मुसीबत लेने जैसा था ,दिनु काका बहुत अनुभवी आदमी था जो लगभग 65 साल की उम्र होने के बाद भी उसके हाथों में बहुत दम था उसने धोती कुर्ता पहना था उसने जब एड़ी से मसाज चालू की थीं तो हाथ लगाते ही मेरे शरीर मे इस अजीब सेंसेशन चालू हो गया था और जैसे ही घुटने तक पहुंचा उसके हाथों से तो मेरी हालत खराब हो गई थी
उसको पता था कि किस इस को छूने से सीधा असर चुत पर पड़ने वाला है इसलिए मुझे लग रहा था कि ये मुझे पैरों की मसाज में ही झडा देगा फिर सामने अमित के सामने होने से मुझे एक अजीब अनुभूति हो रही थी कि मेरा पति सामने बैठा है और अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों छूते देखकर वो लण्ड को मसल रहा है
मेरी चुत रस छोड़ने की दूसरी वजह थी अमित के बारे में सोचकर कि ये अगर एक बूढ़े से अपनी बीबी की नंगी टांगो को मसलते देखकर ये हालात है तो जब में उसके सामने अपने यारों को बुलाकर चुदआऊंगी तब तो ये साला उनके लण्ड भी चूसकर खड़ा करेगा कि मेरी बीबी को मेरे सामने चोदो
दिनु काका को ये पता चल चुका था कि ये मोच का दर्द नही बल्कि मजे में ली जाने वाली कामुक आहें है इसलिये वो अब खुलकर मेरे पैर से खेल रहा था और हाथ को और सेंसिटिव तरीके से ऊपर की और ले जा रहा था ।
दूसरा मुझे पूरा विस्वास था कि अमित ने दिनु काका को लाने में जो समय लगाया था उस समय दिनु काका को पूरा समझा कर लाया होगा कि खुलकर मसाज करें इसलिए वो निडर होकर हाथ को ऊपर की और ले जा रहा था
दिनु काका,- बेटी तब तो तुम्हारी पूरी नस को देखना पड़ेगा और उन्होंने अपना हाथ मेरे घुटने से ऊपर ले जाकर मसलना चालू कर दिया, में हाथ से साड़ी नीचे करने नही दी ,तो दिनु काका ने हाथ को साड़ी के अंदर घुसा दिया और जांघ पर हाथ फिराने लगे,
मेरी हालत खराब हो चुकी थी और कामुक सिसकारियां जिनको में चीखों में बदल कर दिखा रही थी अब ऐसा करना मुश्किल हो गया और चीखो को जगह अब कामुक आहें निकलने लगी जिसे अमित और दिनु काका दोनों समझ चुके थे मेरी पेंटी चुत रस से भीग चुकी थी ।
हाथ ऊपर ले जाने से मुझे डर था कि अमित को मेरी भीगी हुई पेंटी नही दिख जाए इसलिए साड़ी को नीचे करने की बार बार कोशिश कर रही थी
दिनु काका पूरे अनुभव को काम मे ले रहे थे और धीरे धिरे अपना हाथ जांघो पर फिरा रहे थे अब उनका हाथ जांघो से ऊपर मेरे पैरों के जोड़ तक पहुँच चुका था तभी दिनु काका का हाथ मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चुत से टकरा गया और मुझे करंट जैसा महसूस हुआ
और मैने दिनु काका का हाथ हटाया और उनको धक्का दिया और फिर उठकर अंदर चली आयी।
कमला ,--अरे भाभी रोज रोज मेरी जैसी मसाज बहुत भारी पड़ेगी आपको
मैं ,--कैसे
कमला,--एक बार अगर अमित भैया को मेरी आदत लग गयी तो वो सबको भूल जाएंगे
में , मसाज में क्या आदत लगेगीं वो कोई नशा थॉडी ही है
कमला,--वो तो आप अमित भैया से पूछे
अमित चुपचाप खाना खा रहा था उसने कुछ नही बोला तो में भी चुपचाप खाकर बरतन किचन में ले गयी और फिर सिंक में जोरदार तरोके से बरतन फेंके और फर्श पर बैठकर चिल्लाने लगी ।
तभी अमित दौड़कर आया ओर पूछा ,क्या हुआ
में रोते हुए ,-मेरा पैर फिसल गया और घुटने में दर्द हो रहा है
उसने उठाने के लिए हाथ बढाया पर में थोड़ा सा उठकर चिलाते हुए वापस बैठ गयी तभी कमला भी आ गयी और मुझ से पूछने लगी कि क्या हुआ
तो मैने फिसलने का वजह बताया ,तभी अमित ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बाहर की ओर ले जाने लगा में जोर से चिललाने लगी और कमला की और देख कर आंख मार दी, कमला मुस्करा में लगी और वापस आँख मारकर लगें रहो का इशारा किया
अमित ने मुझे बाहर सोफे पर बिठाया और जैसे ही पैर पर हाथ लगाया फिर से चिल्लाते हुए दूर कर दिया तभी कमला मेरे पास आयी और मेरी साड़ी को घुटनों तक उठा कर देखा फिर बोली ,--अमित भैया चोट नही है मुझे लगता है मोच आ गयी है मालिश करने से मोच निकल जायेगी
वो अमित को देखकर बोली ,--अमित भैया ,आप जल्दी से दिनु काका को बुला लीजिये ,
अमित जल्दी से उठा और गेट की तरफ जाने लगा तो मेने उसको दर्द से कराहते हुए कहा कि,- उसका नंबर मेरे फ़ोन में है फोन कर लो
पर अमित बोला कि फोन की जगह में उसको पकड़ कर साथ ही ले आता हूँ और लिफ्ट में घुस गया
उसके जाते ही कमला बोली वो उसको तैयार करके लाएगा की मोच के साथ ही मसाज भी कर दे ,जिसे सुनकर में हंसने लगी और उसको गेट बंद करने को कहा जिससे उनके आने से पहले हम लोग सतर्क हो जाएं
कमला गेट बंद करके ,--भाभी गज़ब की एक्टिंग की है आपने ,आप को तो फिल्मों में काम करना चाहिए सब हीरोइनों को फेल कर दोगी
हम लोग लगभग 15 मिनट तक बातें करते रहे और इस दौरान बाम वगैराह भी पास में रख लिए जिससे उनको लगे की कमला ने अपनी तरफ से कोई कोर कसर नही छोड़ी है
तभी बेल बजी औऱ कमला ने गेट खोला अमित जल्दी से अंदर आया और मेरे पास बैठ कर पूछा अब कैसा है कुछ राहत मिली कि नही तो मैने हल्का सा कराहते हुए कहा ,--कमला ने बाम लगाई है इसलिए थॉडी राहत है
तभी दिनु काका मेरे पैरों के पास आकर फर्श पर बैठ गए और पूछा किस पैर में दर्द है तो कमला बोली बांये पर में और दिनु काका को कुछ इशारा किया
तो दीनू काका बोले ,--बेटा में तुम्हारे पैर पर हाथ रखता हूँ तुम बताना ज्यादा दर्द किस जगह पर है और फिर साड़ी के ऊपर से हाथ रखकर दबाने लगे फिर एक जगह हाथ लगते ही में जोर से चिल्लाने लगी तो बोले ,--अरे ये तो पिंडली में है बेटी तुम चिंता मत करो अभी दस मिनट में चला जायेगा
फिर कमला को बोले ,-कमला जा रसोई में जाकर एक कटोरी में सरसों का तेल गरम करके ला और अमित को बोले ,--अमित बाबू आप मेमसाहब को नीचे चटाई पर सुला दीजिये में अभी तेल की मालिश कर के दर्द को ठीक कर देता हूँ
अमित उठकर चटाई बिछाया औऱ फिर मुझे बाहों में उठा कर नीचे सुला दिया में एक बार फिर हल्का कराहने की एक्टिंग की और चटाई पर सो गई
तभी कमला रसोई से एक कटोरी में तेल लेकर आई और चटाई के पास रखकर बोली ,--अमित भैया में नीचे सीमा भाभी के यहां जा रही हूं अगर कोई काम हो तो मुझे फोन कर के बोल देना में आ जाऊंगी,और वो गेट खोलकर चली गयी
अमित ने उठकर गेट बंद किया और मेरे सामने वाले सोफे पर बैठ गया जो पैरों की तरफ था और बोला ,--दिनु काका करिये ना मसाज रेखा को दर्द हो रहा है
दिनु काका उठकर मेरे पैरों के पास आकर बैठते हुए बोले ,--बस अमित बाबू एक बार हाथ लगने की देरी है आप देखिए कैसे दर्द ठीक करता हूँ ,मेरे पास तो मोच निकलवाने के लिए आस पास की कॉलोनियों से बहुत सारे लोग आते है जो डॉक्टरों के दवा से परेशान हो जाते है
फिर दिनु काका मेरे पैरों के पास बैठ जाते है और साड़ी को ऊपर करने की कोशिश करते है पर में पैर को दूर कर लेती हूं ये देखकर दिनु काका बोलते है ,-बेटा दूर जाने से कैसे होगी मालिस और मालिश नही होगी तो मोच नही निकलेगी
तभी अमित बोलता है ,--यार क्यों दूर हो रही हो दिनु काका की उम्र तुम्हारे पापा से भी ज्यादा है और में पास में बैठा हूँ डरो मत
फिर दिनु काका थोड़ा खिसक कर पास आते है और साड़ी को ऊपर करके बोलते है ,--अरे बेटी तुम तो मेरी बेटी की उम्र की हो अगर इस तरह करोगी तो दर्द किसे ठीक होगा ।
फिर दिनु काका ने तेल लेकर पैर में लगाना शुरू किया पहले थोड़ा एड़ी में लगाया ओर धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ने लगे साड़ी जो घुटने तक थी उनके हाथ ऊपर की तरफ बढ़ने के साथ ऊपर होती जा रही थी और मेरी चीखें भी उनकी मालिश के साथ कम होती जा रही थी ,
दिनु काका तो साइड में बैठे थे इसलिए घुटने से ऊपर उनको कुछ नही दिख रहा था पर अमित जहां बैठा था उसको जरूर मेरी थॉडी बहूत जांघे दिख रही होगी जिसका असर उसके पेंट पर दिख रहा था वो मन मे सोच रहा होगा कि थॉडी साड़ी और ऊपर हो जाती तो पेंटी दिख जाती उसका पेंट फूलना चालू हो गया था जिससे लग रहा था कि लण्ड ने सर उठाना चालू कर दिया है तभी अमित मेरी आँखों मे देखते हुए अपना हाथ अपने पेंट पर ले गया और मुझे दिखाते हुए पेंट के ऊपर से लण्ड को मसलने लगा
तभी दिनु काका बोले ,--बेटी अब आराम मिल रहा है या नही
में,- थोड़ा ठीक लग रहा है
मेने सोचा था कि एक साथ पूरा ठीक होने का बोलूंगी तो कही शक हो जाएगा लेकिन मुझे ये नही पता था कि ये बोलना मेरे लिए मुसीबत लेने जैसा था ,दिनु काका बहुत अनुभवी आदमी था जो लगभग 65 साल की उम्र होने के बाद भी उसके हाथों में बहुत दम था उसने धोती कुर्ता पहना था उसने जब एड़ी से मसाज चालू की थीं तो हाथ लगाते ही मेरे शरीर मे इस अजीब सेंसेशन चालू हो गया था और जैसे ही घुटने तक पहुंचा उसके हाथों से तो मेरी हालत खराब हो गई थी
उसको पता था कि किस इस को छूने से सीधा असर चुत पर पड़ने वाला है इसलिए मुझे लग रहा था कि ये मुझे पैरों की मसाज में ही झडा देगा फिर सामने अमित के सामने होने से मुझे एक अजीब अनुभूति हो रही थी कि मेरा पति सामने बैठा है और अपनी ब्याहता बीबी को एक बूढ़े के हाथों छूते देखकर वो लण्ड को मसल रहा है
मेरी चुत रस छोड़ने की दूसरी वजह थी अमित के बारे में सोचकर कि ये अगर एक बूढ़े से अपनी बीबी की नंगी टांगो को मसलते देखकर ये हालात है तो जब में उसके सामने अपने यारों को बुलाकर चुदआऊंगी तब तो ये साला उनके लण्ड भी चूसकर खड़ा करेगा कि मेरी बीबी को मेरे सामने चोदो
दिनु काका को ये पता चल चुका था कि ये मोच का दर्द नही बल्कि मजे में ली जाने वाली कामुक आहें है इसलिये वो अब खुलकर मेरे पैर से खेल रहा था और हाथ को और सेंसिटिव तरीके से ऊपर की और ले जा रहा था ।
दूसरा मुझे पूरा विस्वास था कि अमित ने दिनु काका को लाने में जो समय लगाया था उस समय दिनु काका को पूरा समझा कर लाया होगा कि खुलकर मसाज करें इसलिए वो निडर होकर हाथ को ऊपर की और ले जा रहा था
दिनु काका,- बेटी तब तो तुम्हारी पूरी नस को देखना पड़ेगा और उन्होंने अपना हाथ मेरे घुटने से ऊपर ले जाकर मसलना चालू कर दिया, में हाथ से साड़ी नीचे करने नही दी ,तो दिनु काका ने हाथ को साड़ी के अंदर घुसा दिया और जांघ पर हाथ फिराने लगे,
मेरी हालत खराब हो चुकी थी और कामुक सिसकारियां जिनको में चीखों में बदल कर दिखा रही थी अब ऐसा करना मुश्किल हो गया और चीखो को जगह अब कामुक आहें निकलने लगी जिसे अमित और दिनु काका दोनों समझ चुके थे मेरी पेंटी चुत रस से भीग चुकी थी ।
हाथ ऊपर ले जाने से मुझे डर था कि अमित को मेरी भीगी हुई पेंटी नही दिख जाए इसलिए साड़ी को नीचे करने की बार बार कोशिश कर रही थी
दिनु काका पूरे अनुभव को काम मे ले रहे थे और धीरे धिरे अपना हाथ जांघो पर फिरा रहे थे अब उनका हाथ जांघो से ऊपर मेरे पैरों के जोड़ तक पहुँच चुका था तभी दिनु काका का हाथ मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चुत से टकरा गया और मुझे करंट जैसा महसूस हुआ
और मैने दिनु काका का हाथ हटाया और उनको धक्का दिया और फिर उठकर अंदर चली आयी।