22-07-2020, 03:21 PM
कमला के जाते ही में फटाफट नहा कर तैयार हुई और खाना खाकर नीचे गयी और सीमा का फ्लैट की घंटी बजाई गेट कमला ने ही खोला और वो सीमा के रूम में छोड़कर किचन में चली गयी मुझे सीमा ने देखते ही गले लगाया और बैठने को बोली ,में साड़ी पहने हुए थी पर वो गाउन पहने थी
उसने बैठते ही बोला ,"में जब तुमसे पहली बार मिली थी तभी समझ गयी थी कि तुम खुले विचारों वाली हो इसलिए कमला को तुम्हारे यहाँ काम के लिए भेजा था
मैं ,-पर में आप जितनी ओपन माइंडेड नही हूँ
सीमा ,-पहले तो तुम ये आप आप लगाना छोड़ हम दोनों की उम्र में ज्यादा फर्क नही है और फिर ये बता ये ज्यादा ओपन माइंडेड का क्या मतलब है
में ,-रात को अमित कुछ बोल रहा था आप...सॉरी तुम्हारे बारे में
सीमा ,-मुझे पता है वो क्या बोला होगा में परवाह नही करती बहुत लोग बोलते है सोसाइटी में मेरे बारे में पर जब तक मेरा पति मेरे साथ है मुझे फर्क नही पड़ता
लोग मेरे पहनावे और बिंदास स्वभाव की वजह से मुझसे जलते है पर में वो सब कुछ करती हूं जो मुझे अच्छा लगता है
में ,- पर सेक्स के बारे में
सीमा ,- वो लोग सोचते है कि में रण्डी हूँ और उनके आगे बिछ जाऊ पर में उसी के साथ सेक्स करती हूँ जो मुझे अच्छा लगता है और तेरा अमित भी कोशिश कर चुका है
में ,-- अमित भी
सीमा ,-- हां अमित भी पर वो भी यही समझता है कि में रण्डी हुँ पर हकीकत में कॉलोनी में सिरफ दो लोग है जिनसे चुदवाया है एक मेरा पति और दूसरा सक्सेना जी
हाँ सिक्युरिटी गार्ड के बारे में लोग बोलते है लेकिन वो सिर्फ मसाज करने आता है जिसका मेरे पति को पता है
तभी कमला चाय लेकर आती है और चाय देकर जाने वाली होती है तो सीमा उसे अपने पास बैठा लेती है और बोलती है ,-कमला, रेखा के बारे में किसी को कुछ बोला तो देख लेना मुझसे बुरा कोई नही होगा
कमला ,-भाभी आप भी कैसी बात कर रही है मुझे उस से क्या मिलेगा । आप मेरी तरफ से निश्चिन्त रहिये
सीमा ,- देख इसको हमारी वजह से कोई परेशानी नही होनी चाहिए
कमला,- मुझे पता है आप यही कहना चाहती है कि जैसे लोगों ने आप को बदनाम कर रखा है
सीमा ,--हाँ , पर जब तक रमेश मेरे साथ है मुझे परवाह नही है पर कहीं अमित को पता चला तो इनकी शादी सुदा जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी
में - अरे सीमा ऐसी बात नही है पर अमित ने रात में बोला तो में कन्फर्म करने आ गयी कि हकीकत क्या है लोगों को किसी की बदनामी करने में मज़ा आता है
सीमा -उसके लिए मेरा व्यवहार भी जिम्मेदार है अभी होली में सक्सेना ने सबके सामने ब्लाउज में हाथ डाल दिया था रंग लगाने को तो लोग यही समझेंगे ना और फिर मेरी किटी पार्टी भी बदनामी की वजह है जब मूड हो तो बता देना किट्टी पार्टी में आएगी तो समझ जाएगी
में ,-सीमा में भी बिंदास जिंदगी जीने वालों में से हूँ अभी नई जगह है नए लोग हैं और शादी को भी ज्यादा दिन नही हुए इसलिये थोड़ा सोच समझ कर चलना चाहती हूँ
सीमा ,-- ठीक है अगर हमारी और से कोई ड़र है तो बेफिक्र रहो समझ लो कुछ हुआ ही नही
मैं --वो बात नही है मुझे कमला बहुत अच्छी लगी एन्जॉय भी करवाया जो मुझे चाहिए ।
तभी मेरा फोन बजने लगा मैंने देखा हरमीत है तो सीमा को फिर मिलने का बोल कर वापस अपने फ्लैट पर आ गयी और हरमीत को फोन किया
हरमीत ,-हेलो
में ,- ऐसे धीमी आवाज में क्यो बोल रहे हो
हरमीत ,- नही ऐसे ही मैने सोचा अब तुम्हारी शादी हो गयी कही मेरी वजह से तुमको परेशानी ना हो इसलिए रिंग देकर काट दिया कि कोई पास होगा तो तुम जवाब देने जैसी स्थिति में रहो
मैंने हंसते हुए कहा ,-- परेशानी कैसी सब पहले से तय था मुंबई रहना था राजेश के साथ अफेयर उसको पता था
हरमीत ,-फिर भी अब तुम किसी की बीबी हो और कोई भी मर्द अपनी बीबी को दूसरे मर्द के साथ कैसे बर्दास्त कर सकता है
मैं -तुम अमित की चिंता मत करो कुछ दिन बाद वो खुद बोलेगा हरमीत मेरी वीबी को चोदने आओ
हरमीत - क्यों अमीत ऐसा क्यों करेगा
में - तुम दोनों ने मुझे जो मजे करवाये है वो अमित नही दे सकता तुमको पता नही की रेखा को संतुष्ट करना कितना मुश्किल है
हरमीत - गरम तो तुम हो इसमें शक नही है
में - तो फिर में उसको मजबूर कर दूंगी की या तो मुझे ठंडा करो नही तो मुझे खुला छोड़ो
हरमीत -अच्छा आज मेने अपनी तरफ से आखरी कॉल कर लिया है अब जब तुम्हारा मन हो बोल देना बंदा हाजिर रहेगा मे शॉप पर हुँ कोई कस्टमर आ गया
बाय
और उसका फोन कट गया फिर में भी फेस बुक में लग गयी
शाम में अमित आया और जैसे ही मैने गेट खोला वो अंदर आया और मुझसे चिपक गया मैंने पूछा आज जल्दी कैसे तो बोला बोस नही था मोना के साथ उसकी मारने गया तो मैंने सोचा में भी रेखा की मार लूं ।तो मैने कहा मार लेने दो कुछ दिन फिर मेरे जैसे मोना की शादी हो जाएगी तो बेचारा वो भी हाथ मलेगा।
तो अमित बोला अरे इसमें बेचारा अमित नही है उसकी तो शादी ही नही हुई शादी शुदा तो मोना है में अमित के चेहरे को आश्चर्य से देखने लगी और मन मे सोचने लगी कहीं ये मुझे भी तो अपने बॉस के साथ देखना तो नही चाहता फिर बोली तो मोना का पति मोना को कुछ नही बोलता ,अमित वो क्या बोलेगा उसका पति भी तो वहीं काम करता है वही तो उनको मिलवाने का कार्यक्रम बनाता है तब में बोली छोड़ो उनको अपने को क्या सबकी अपनी अपनी जिंदगी है जो जिस ढंग से जीना चाहे जिये ।में चाय बनाकर लाती हूँ फिर बेठकर बात करेंगे तभी कमला भी आ गयी औऱ में चाय बनाने चली आयी और कमला बरतन धोने लगी।
तभी कमला धीरे से ,--भाभी अमित भैया को अच्छे से पकड़कर रखिये
में ,--क्यो क्या हुआ
कमला ,-- में जब सुबह पोंछा मार रही थी उनका ध्यान ध्यान कहाँ था देखा था।
में उसका गाल खींचते हुए, -गाय को बांधकर रखा जाता है सांड को नही, तुम खुद तो ऐसे ब्लाउज पहनोगी की आधी चूची दीखे और अमित को दोष दे रही हो
कमला ,--तो आपको उसमे दिक्कत नही है
में,-- में उस पर घर मे नजर रख लुंगी और बाहर मुँह मरेगा तब
कमला ,--आप भी सीमा भाभी की तरह सोचती हो
में ,--देखो अगर किसी भी चीज पर जितनी पाबन्दी लगाओ वो उतनी ही ज्यादा बाहर आती है ।
कमला,--पर अमित भैया ने मौका देखकर फायदा उठाने की कोशिश की तो
मैं ,--तो तेरा कुछ घट जाएगा क्या, कुछ बढ़ेगा ही तो बढ़ने दे और सुन जाते समय दीनू काका को बोलना एक बार ऊपर आये
कमला ,--तो क्या अभी फिर मालिस सुबह तो की थी मैन
में,--सारे दिन एक ही बात दिमाग मे घुसी रहती है क्या तुम्हारे, अमित अभी घर पे है और अमित के होते मुझे किसी की जरूरत नही है मैंने सोचा है कि वो दिन में फ्री रहता है तो उसको कुछ काम दे दूं । घर के छोटे मोटे सामान वो ला देंगे तो मुझे बार बार नीचे नही जाना पड़ेगा
कमला ,-- ठीक है मेरा काम हो गया में अब चलती हूँ।आप बाहर तक छोड़ दीजिए कहीं अमित भैया पकड़ नही ले
में ,--मुझे तो लगता है जैसे तुम खुद उनको पकड़वाना चाहती हो जैसे वो आदमी नही भेड़िया है जो भुखा बैठा है । चल
फिर उसके ब्लाउज का बटन खोलकर चाय देते हुए कहा जा अब झुक कर चाय पकड़ा कर चली जाना और फिर उसके निकलते ही खिड़की से देखने लगी कि बाहर क्या होता है
उसने बैठते ही बोला ,"में जब तुमसे पहली बार मिली थी तभी समझ गयी थी कि तुम खुले विचारों वाली हो इसलिए कमला को तुम्हारे यहाँ काम के लिए भेजा था
मैं ,-पर में आप जितनी ओपन माइंडेड नही हूँ
सीमा ,-पहले तो तुम ये आप आप लगाना छोड़ हम दोनों की उम्र में ज्यादा फर्क नही है और फिर ये बता ये ज्यादा ओपन माइंडेड का क्या मतलब है
में ,-रात को अमित कुछ बोल रहा था आप...सॉरी तुम्हारे बारे में
सीमा ,-मुझे पता है वो क्या बोला होगा में परवाह नही करती बहुत लोग बोलते है सोसाइटी में मेरे बारे में पर जब तक मेरा पति मेरे साथ है मुझे फर्क नही पड़ता
लोग मेरे पहनावे और बिंदास स्वभाव की वजह से मुझसे जलते है पर में वो सब कुछ करती हूं जो मुझे अच्छा लगता है
में ,- पर सेक्स के बारे में
सीमा ,- वो लोग सोचते है कि में रण्डी हूँ और उनके आगे बिछ जाऊ पर में उसी के साथ सेक्स करती हूँ जो मुझे अच्छा लगता है और तेरा अमित भी कोशिश कर चुका है
में ,-- अमित भी
सीमा ,-- हां अमित भी पर वो भी यही समझता है कि में रण्डी हुँ पर हकीकत में कॉलोनी में सिरफ दो लोग है जिनसे चुदवाया है एक मेरा पति और दूसरा सक्सेना जी
हाँ सिक्युरिटी गार्ड के बारे में लोग बोलते है लेकिन वो सिर्फ मसाज करने आता है जिसका मेरे पति को पता है
तभी कमला चाय लेकर आती है और चाय देकर जाने वाली होती है तो सीमा उसे अपने पास बैठा लेती है और बोलती है ,-कमला, रेखा के बारे में किसी को कुछ बोला तो देख लेना मुझसे बुरा कोई नही होगा
कमला ,-भाभी आप भी कैसी बात कर रही है मुझे उस से क्या मिलेगा । आप मेरी तरफ से निश्चिन्त रहिये
सीमा ,- देख इसको हमारी वजह से कोई परेशानी नही होनी चाहिए
कमला,- मुझे पता है आप यही कहना चाहती है कि जैसे लोगों ने आप को बदनाम कर रखा है
सीमा ,--हाँ , पर जब तक रमेश मेरे साथ है मुझे परवाह नही है पर कहीं अमित को पता चला तो इनकी शादी सुदा जिंदगी खतरे में पड़ जाएगी
में - अरे सीमा ऐसी बात नही है पर अमित ने रात में बोला तो में कन्फर्म करने आ गयी कि हकीकत क्या है लोगों को किसी की बदनामी करने में मज़ा आता है
सीमा -उसके लिए मेरा व्यवहार भी जिम्मेदार है अभी होली में सक्सेना ने सबके सामने ब्लाउज में हाथ डाल दिया था रंग लगाने को तो लोग यही समझेंगे ना और फिर मेरी किटी पार्टी भी बदनामी की वजह है जब मूड हो तो बता देना किट्टी पार्टी में आएगी तो समझ जाएगी
में ,-सीमा में भी बिंदास जिंदगी जीने वालों में से हूँ अभी नई जगह है नए लोग हैं और शादी को भी ज्यादा दिन नही हुए इसलिये थोड़ा सोच समझ कर चलना चाहती हूँ
सीमा ,-- ठीक है अगर हमारी और से कोई ड़र है तो बेफिक्र रहो समझ लो कुछ हुआ ही नही
मैं --वो बात नही है मुझे कमला बहुत अच्छी लगी एन्जॉय भी करवाया जो मुझे चाहिए ।
तभी मेरा फोन बजने लगा मैंने देखा हरमीत है तो सीमा को फिर मिलने का बोल कर वापस अपने फ्लैट पर आ गयी और हरमीत को फोन किया
हरमीत ,-हेलो
में ,- ऐसे धीमी आवाज में क्यो बोल रहे हो
हरमीत ,- नही ऐसे ही मैने सोचा अब तुम्हारी शादी हो गयी कही मेरी वजह से तुमको परेशानी ना हो इसलिए रिंग देकर काट दिया कि कोई पास होगा तो तुम जवाब देने जैसी स्थिति में रहो
मैंने हंसते हुए कहा ,-- परेशानी कैसी सब पहले से तय था मुंबई रहना था राजेश के साथ अफेयर उसको पता था
हरमीत ,-फिर भी अब तुम किसी की बीबी हो और कोई भी मर्द अपनी बीबी को दूसरे मर्द के साथ कैसे बर्दास्त कर सकता है
मैं -तुम अमित की चिंता मत करो कुछ दिन बाद वो खुद बोलेगा हरमीत मेरी वीबी को चोदने आओ
हरमीत - क्यों अमीत ऐसा क्यों करेगा
में - तुम दोनों ने मुझे जो मजे करवाये है वो अमित नही दे सकता तुमको पता नही की रेखा को संतुष्ट करना कितना मुश्किल है
हरमीत - गरम तो तुम हो इसमें शक नही है
में - तो फिर में उसको मजबूर कर दूंगी की या तो मुझे ठंडा करो नही तो मुझे खुला छोड़ो
हरमीत -अच्छा आज मेने अपनी तरफ से आखरी कॉल कर लिया है अब जब तुम्हारा मन हो बोल देना बंदा हाजिर रहेगा मे शॉप पर हुँ कोई कस्टमर आ गया
बाय
और उसका फोन कट गया फिर में भी फेस बुक में लग गयी
शाम में अमित आया और जैसे ही मैने गेट खोला वो अंदर आया और मुझसे चिपक गया मैंने पूछा आज जल्दी कैसे तो बोला बोस नही था मोना के साथ उसकी मारने गया तो मैंने सोचा में भी रेखा की मार लूं ।तो मैने कहा मार लेने दो कुछ दिन फिर मेरे जैसे मोना की शादी हो जाएगी तो बेचारा वो भी हाथ मलेगा।
तो अमित बोला अरे इसमें बेचारा अमित नही है उसकी तो शादी ही नही हुई शादी शुदा तो मोना है में अमित के चेहरे को आश्चर्य से देखने लगी और मन मे सोचने लगी कहीं ये मुझे भी तो अपने बॉस के साथ देखना तो नही चाहता फिर बोली तो मोना का पति मोना को कुछ नही बोलता ,अमित वो क्या बोलेगा उसका पति भी तो वहीं काम करता है वही तो उनको मिलवाने का कार्यक्रम बनाता है तब में बोली छोड़ो उनको अपने को क्या सबकी अपनी अपनी जिंदगी है जो जिस ढंग से जीना चाहे जिये ।में चाय बनाकर लाती हूँ फिर बेठकर बात करेंगे तभी कमला भी आ गयी औऱ में चाय बनाने चली आयी और कमला बरतन धोने लगी।
तभी कमला धीरे से ,--भाभी अमित भैया को अच्छे से पकड़कर रखिये
में ,--क्यो क्या हुआ
कमला ,-- में जब सुबह पोंछा मार रही थी उनका ध्यान ध्यान कहाँ था देखा था।
में उसका गाल खींचते हुए, -गाय को बांधकर रखा जाता है सांड को नही, तुम खुद तो ऐसे ब्लाउज पहनोगी की आधी चूची दीखे और अमित को दोष दे रही हो
कमला ,--तो आपको उसमे दिक्कत नही है
में,-- में उस पर घर मे नजर रख लुंगी और बाहर मुँह मरेगा तब
कमला ,--आप भी सीमा भाभी की तरह सोचती हो
में ,--देखो अगर किसी भी चीज पर जितनी पाबन्दी लगाओ वो उतनी ही ज्यादा बाहर आती है ।
कमला,--पर अमित भैया ने मौका देखकर फायदा उठाने की कोशिश की तो
मैं ,--तो तेरा कुछ घट जाएगा क्या, कुछ बढ़ेगा ही तो बढ़ने दे और सुन जाते समय दीनू काका को बोलना एक बार ऊपर आये
कमला ,--तो क्या अभी फिर मालिस सुबह तो की थी मैन
में,--सारे दिन एक ही बात दिमाग मे घुसी रहती है क्या तुम्हारे, अमित अभी घर पे है और अमित के होते मुझे किसी की जरूरत नही है मैंने सोचा है कि वो दिन में फ्री रहता है तो उसको कुछ काम दे दूं । घर के छोटे मोटे सामान वो ला देंगे तो मुझे बार बार नीचे नही जाना पड़ेगा
कमला ,-- ठीक है मेरा काम हो गया में अब चलती हूँ।आप बाहर तक छोड़ दीजिए कहीं अमित भैया पकड़ नही ले
में ,--मुझे तो लगता है जैसे तुम खुद उनको पकड़वाना चाहती हो जैसे वो आदमी नही भेड़िया है जो भुखा बैठा है । चल
फिर उसके ब्लाउज का बटन खोलकर चाय देते हुए कहा जा अब झुक कर चाय पकड़ा कर चली जाना और फिर उसके निकलते ही खिड़की से देखने लगी कि बाहर क्या होता है