24-06-2020, 11:36 AM
श्रीमान सत्यवादी
मम्मी का साथ देती वो बोली
आप एकदम सही कह रही हैं ,...
और मुड़ कर इनके गाल पर एक जबरदस्त चुम्मी ले ली ,
और सबसे बोली
" देखिये हमारे जीजू हैं श्रीमान सत्यवादी , ... देखिये कितनों लोगो की माँ अपने भाइयों से चुदवाती होंगी , लेकिन किसकी हिम्मत है ,... और आज देखिये पहली बार हम सब लोगों से मिले , अपनी सास , सलहज , सालियों सबके सामने ये कबूला उन्होंने की वो अपने मामा के जने हैं ,...
खुद बोल दिया ,... हैं न सत्यवादी ,.. और मुझसे तो ,...
अपनी बुआ के बारे में भी कह रहे थे ,
इनके चाचा ने उनकी झिल्ली फाड़ी थी , और वो जो इनकी कजिन्स आयी हैं न सबके बारे में , एक एक के बारे में.
उनके चाचा की लड़की वो मीता , अरे वही जींस टॉप वाली ,.. एक्सप्रेस डिलीवरी है वो , इनकी चाची दहेज में लायी थीं , मायके से , एकदम आते ही साढ़े छह महीने में निकल आयी थी वो,
इसीलिए वो सब की सब पैदायशी छिनार हैं ,... अब इनके शहर का तो चलन ही हैं लड़कियां सब भाइयों से फंसी और लड़के सब हमारी ननदों से ,... "
( ( मैंने बड़ी मुश्किल से मुस्कराहट रोकी , असल में ये वार्निंग मेरी सहेली ने पहले ही दे दी थी , देख स्साला इत्ता चिकना लौंडा है , इसकी पहली चुम्मी मैं ही लुंगी , वो भी तेरे , बल्कि सबके सामने , साथ में सरप्राइज बोनस भी , ... तेरी सेटिंग कराने की फ़ीस ,... और बोनस था , इनसे जोबन मर्दन )
गाँव की मेरी एक भाभी ने चंदा को हड़काया
" अरे साफ़ साफ़ काहे नहीं बोलती , की सब के सब लौंडे बहनचोद हैं और बहने भाइ चोद , इनके शहर के "
" एकदम भौजी , यही बात लेकिन जीजू हमारे सब कबूल किये तो श्रीमान सत्यवादी हैं न ,... "
चंदा मुस्करा के बोली
तबतक मेरी मौसी चालू हो गयीं ,
" रंडी के पूत , चलो मान गयी तोहरे घर में कुल छिनार हई , लेकिन हमारी सोनचिरैया को ऐसे मुफ्त में नहीं ले जा सकते , ... इसकी कीमत देनी पड़ेगी , ... "
इनके गोद में बैठी इनकी स्साली , मेरी सहेली चंदा बोली
“एकदम सही मौसी लेकिन आप बोलिये जीजू हमारे मना नहीं करेंगे , अरे जब इनकी माँ बहन किसी को नहीं मना करती तो ये काहें को मना करेंगे ,... "
" तेरी बहन के बदल में अपनी बहन , ... "
मेरी चाची बोलीं ,
और फिर छुटकी बोल पड़ी
" अरे जीजू को आप मेरे समझती क्या हैं , अपने सालो के लिए उन्होंने खुद अपनी बहने लिख दी हैं , एक नहीं सारी , देखिये इतना बड़ा सट्टा लिखा है उन्होंने , ... "
और एक लंबा सा कागज़ निकल के फहरा दिया।
....
उस कागज के नीचे उन का साइन था ,
( एकदम सट्टे की तरह , पहले शादी में रंडिया जब नाचने के लिए जाती थीं , तो उनसे पहले जो अग्रीमेंट किया जाता था , एडवांस पे किया जाता था और उसमें डिटेल में लिखा जाता था की रंडी को क्या क्या करना होगा , ... )
और उस के ऊपर उन की सारी बहनों का नाम , ...
" चल छुटकी जरा पढ़ , ... "
कोई मेरी भाभी बोलीं तो रीतू भाभी ने वीटो लगा दिया ,
" अरे नहीं , छुटकी क जीजा पढ़ेंगे , उहै लिखे हैं वही पढ़े , ... और जरा ये भी पता चल जाए न की पढ़े लिखे हैं , की कतौं फर्जी डिग्री देखा के , ... हमार ननद के फांस लिहैं , ... चलो नन्दोई जी पढ़िए न "
मम्मी का साथ देती वो बोली
आप एकदम सही कह रही हैं ,...
और मुड़ कर इनके गाल पर एक जबरदस्त चुम्मी ले ली ,
और सबसे बोली
" देखिये हमारे जीजू हैं श्रीमान सत्यवादी , ... देखिये कितनों लोगो की माँ अपने भाइयों से चुदवाती होंगी , लेकिन किसकी हिम्मत है ,... और आज देखिये पहली बार हम सब लोगों से मिले , अपनी सास , सलहज , सालियों सबके सामने ये कबूला उन्होंने की वो अपने मामा के जने हैं ,...
खुद बोल दिया ,... हैं न सत्यवादी ,.. और मुझसे तो ,...
अपनी बुआ के बारे में भी कह रहे थे ,
इनके चाचा ने उनकी झिल्ली फाड़ी थी , और वो जो इनकी कजिन्स आयी हैं न सबके बारे में , एक एक के बारे में.
उनके चाचा की लड़की वो मीता , अरे वही जींस टॉप वाली ,.. एक्सप्रेस डिलीवरी है वो , इनकी चाची दहेज में लायी थीं , मायके से , एकदम आते ही साढ़े छह महीने में निकल आयी थी वो,
इसीलिए वो सब की सब पैदायशी छिनार हैं ,... अब इनके शहर का तो चलन ही हैं लड़कियां सब भाइयों से फंसी और लड़के सब हमारी ननदों से ,... "
( ( मैंने बड़ी मुश्किल से मुस्कराहट रोकी , असल में ये वार्निंग मेरी सहेली ने पहले ही दे दी थी , देख स्साला इत्ता चिकना लौंडा है , इसकी पहली चुम्मी मैं ही लुंगी , वो भी तेरे , बल्कि सबके सामने , साथ में सरप्राइज बोनस भी , ... तेरी सेटिंग कराने की फ़ीस ,... और बोनस था , इनसे जोबन मर्दन )
गाँव की मेरी एक भाभी ने चंदा को हड़काया
" अरे साफ़ साफ़ काहे नहीं बोलती , की सब के सब लौंडे बहनचोद हैं और बहने भाइ चोद , इनके शहर के "
" एकदम भौजी , यही बात लेकिन जीजू हमारे सब कबूल किये तो श्रीमान सत्यवादी हैं न ,... "
चंदा मुस्करा के बोली
तबतक मेरी मौसी चालू हो गयीं ,
" रंडी के पूत , चलो मान गयी तोहरे घर में कुल छिनार हई , लेकिन हमारी सोनचिरैया को ऐसे मुफ्त में नहीं ले जा सकते , ... इसकी कीमत देनी पड़ेगी , ... "
इनके गोद में बैठी इनकी स्साली , मेरी सहेली चंदा बोली
“एकदम सही मौसी लेकिन आप बोलिये जीजू हमारे मना नहीं करेंगे , अरे जब इनकी माँ बहन किसी को नहीं मना करती तो ये काहें को मना करेंगे ,... "
" तेरी बहन के बदल में अपनी बहन , ... "
मेरी चाची बोलीं ,
और फिर छुटकी बोल पड़ी
" अरे जीजू को आप मेरे समझती क्या हैं , अपने सालो के लिए उन्होंने खुद अपनी बहने लिख दी हैं , एक नहीं सारी , देखिये इतना बड़ा सट्टा लिखा है उन्होंने , ... "
और एक लंबा सा कागज़ निकल के फहरा दिया।
....
उस कागज के नीचे उन का साइन था ,
( एकदम सट्टे की तरह , पहले शादी में रंडिया जब नाचने के लिए जाती थीं , तो उनसे पहले जो अग्रीमेंट किया जाता था , एडवांस पे किया जाता था और उसमें डिटेल में लिखा जाता था की रंडी को क्या क्या करना होगा , ... )
और उस के ऊपर उन की सारी बहनों का नाम , ...
" चल छुटकी जरा पढ़ , ... "
कोई मेरी भाभी बोलीं तो रीतू भाभी ने वीटो लगा दिया ,
" अरे नहीं , छुटकी क जीजा पढ़ेंगे , उहै लिखे हैं वही पढ़े , ... और जरा ये भी पता चल जाए न की पढ़े लिखे हैं , की कतौं फर्जी डिग्री देखा के , ... हमार ननद के फांस लिहैं , ... चलो नन्दोई जी पढ़िए न "