12-04-2020, 09:07 PM
(This post was last modified: 12-04-2020, 09:09 PM by Niharikasaree. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
शादी के पहले ही मुझे बता दिया गया था की दुल्हन की पहली होली ससुराल में होती है , ...
बहुत पुराना चलन है , ..और उस दिन से ही मेरी घबड़ाहट , ...
कोमल जी,
कमाल हो आप, ऐसा सुन्दर वर्णन किया है होली का , की अरमान ही जग गए।
होली से मैं जायदातर दूर ही रही, मायके मैं तो करीब न के बराबर। है, ससुराल मैं अब किसका जोर चलता है, रगडाइ हुई, परिवार की महिलायीं , पड़ोस की भाभी सब। ........ बदमाशी पे.
नयी लड़कियां , जैसे खुली छूट पे, मोहल्ले की भाभी के साथ मज़े लेती , और भाभी उनके मज़े, लेती।
पुरे माहौल मैं ही जैसे भांग घुली हो, सब मस्ती मैं, दो अर्थ वाले मज़ाक, कभी तो सीधे ही, नाम जोड़कर , यह सब सारी हरकत या तो आँगन मैं, या खुली छत पे , सिर्फ महिलाए। ... एकदम मस्ती मैं।
बहुत पुराना चलन है , ..और उस दिन से ही मेरी घबड़ाहट , ...
कोमल जी,
कमाल हो आप, ऐसा सुन्दर वर्णन किया है होली का , की अरमान ही जग गए।
होली से मैं जायदातर दूर ही रही, मायके मैं तो करीब न के बराबर। है, ससुराल मैं अब किसका जोर चलता है, रगडाइ हुई, परिवार की महिलायीं , पड़ोस की भाभी सब। ........ बदमाशी पे.
नयी लड़कियां , जैसे खुली छूट पे, मोहल्ले की भाभी के साथ मज़े लेती , और भाभी उनके मज़े, लेती।
पुरे माहौल मैं ही जैसे भांग घुली हो, सब मस्ती मैं, दो अर्थ वाले मज़ाक, कभी तो सीधे ही, नाम जोड़कर , यह सब सारी हरकत या तो आँगन मैं, या खुली छत पे , सिर्फ महिलाए। ... एकदम मस्ती मैं।
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका