19-03-2020, 08:11 PM
मेरी ननद
उनकी बहन , गुड्डी
खूंटा एकदम कड़ा हो गया था , वो एकदम बेताब उनकी निगाह अपनी बहन की खुली चूत से चिपकी , ...
' यार बात तो वो सही कहती थी , स्साली का मन तो बहुत करता है , स्साले लेकिन लड़का है तू पहल तो तुझे ही करना पडेगा न , तो ले ले , वो मना नहीं करेगी , तू अभी कह रहा था न चोदेगा इस चूत को तो चूत वाली को कोई ऐतराज नहीं है , हाँ तुझे ही ,...
हाँ एक बात और ,...
मैंने उससे पूछा कैसे तेरे भैया को चलेगा की तेरी हाँ है , तो वो हंस के बोली ,
भाभी अगर सन्डे को जब भैया ऊपर कमरे में रहते हैं न उसी समय आऊं और सीधे उनके पास आऊँ तो समझ लीजिये मेरी हाँ , ...
और जवाब में उसके चूजे दबाती हुयी मैं बोली ,
अगर तेरे भैया तुझे चूम लें और इन चूजों को दबा दे तो समझ ले की उनका भी मन कर रहा है , फिर तू बच नहीं सकती बिना चुदे , तो जानते हो क्या बोली ,
" क्या बोली , "
वो सच में बेताब थे।
" बोली , बचना कौन चाहती है भाभी , ... मेरी दोनों सहेलियों की चिड़िया कब से उड़ रही है , मेरी बुलबुल भी उड़ने लगेगी और क्या , घोंट लेगी चारा ,... देखिये फटने वाली चीज है तो फटेगी ही , चुद जाउंगी तो चुद जाउंगी
और आज कल तो इतनी पिल्स आ रही हैं , इस्तेमाल के अगले दिन भी ले लुंगी तो कुछ नहीं होने वाला , और आपकी टेस्टेड एंड ट्राइड चीज है ,... "
एकदम उनकी हालत ख़राब।
" तो सोच ले यार अगर कल वो तेरा माल आया , और सीधे ऊपर कमरे में , तो इसका मलतब उसकी हाँ , और आगे अगर तूने इन कबूतरों को सहला दुलरा दिया तो बस तेरी भी हाँ , ... "
मैंने आगे का प्लान बताया , उस समय उसके चूजों की ही फोटो वो देख रहे थे ,
" सोच स्साले , तू उसकी ब्रा से इतना मस्त हो रहा था , अगर ब्रा के अंदर वाला मिले तो ,... "
मैंने फिर जोड़ा ,
" सच्च में टिकोरे बहुत मस्त हैं उसके , ... "
उन्होंने हामी भरी और मैंने साफ़ साफ़ पूछ लिया और अबकी पहली बार उन्होंने साफ़ साफ़ जवाब भी दे दिया
" हे बोल चोदेगा न मेरी ननद को , बोल न साफ़ साफ़ ,... "
" हाँ एकदम , अगर वो कल आयी मतलब उसने हाँ का , ... लेकिन अभी तो तेरी ननद की भाभी की लेनी है ,... "
और उनके कहे बिना मैंने निहुर कर उनकी फेवरिट पोज़ , डॉगी पोज़ में आ गयी और क्या हचक के चोदा उन्होंने।
सुबह हो रही थी लेकिन न मुझे फरक पड़ रहा था न उन्हें।
जनवरी के आखिरी दिन थे , ठंडक अभी भी चरम सीमा पर थी , हम लोगों ने परदे नहीं लगाए थे।
कुहासे की एक मोटी परत खिड़कियों के शीशे पर आड़ बन कर मौजूद थी।
बाहर बूँद बूँद ओस चू रही थी , अंदर नाइट लैम्प की रौशनी हलकी हलकी , बस बिस्तर पर धुंधली पड़ रही थी।
और उसी बिस्तर पर मैं , निहुरी , चेहरा मेरे तकिये में धंसा लेकिन चूतड़ पूरी तरह उठे , टाँगे एकदम फैली और हाथ से खींचकर मैंने एक दो तकिये पेट के नीचे लगा लिए।
अब उस मोटे की बारी थी जिसे मैं अपने नितम्बों के नीचे अब तक दबा दबा कर , मसल कर रगड़ कर तंग का रही थी , लेकिन मेरे नितम्बों से ज्यादा वो गरमाया था ,
अपनी ममेरी बहन की कुँवारी चूत और छोटी छोटी चूँची देखकर ,
मैं जानती थी मेरी ऐसी की तैसी होने वाली है , एक तो वो दूध , ....
रात भर की थकान कपूर की तरह उड़ गयी थी और एक अलग तरह की मस्ती मेरे अंदर भी और मुझसे ज्यादा उनके अंदर भी ,
फिर मेरी कच्ची उमर की ननद की वो सेक्सी फोटुएं , ...
एकदम उनकी हालत खराब थी ,
और उन्होंने मेरी हालत खराब कर दी ,
पहले धक्के में ही मेरी चीख निकल गयी , ... उईईईईईई ओह्ह्ह्ह नहीं नहीं
उनकी बहन , गुड्डी
खूंटा एकदम कड़ा हो गया था , वो एकदम बेताब उनकी निगाह अपनी बहन की खुली चूत से चिपकी , ...
' यार बात तो वो सही कहती थी , स्साली का मन तो बहुत करता है , स्साले लेकिन लड़का है तू पहल तो तुझे ही करना पडेगा न , तो ले ले , वो मना नहीं करेगी , तू अभी कह रहा था न चोदेगा इस चूत को तो चूत वाली को कोई ऐतराज नहीं है , हाँ तुझे ही ,...
हाँ एक बात और ,...
मैंने उससे पूछा कैसे तेरे भैया को चलेगा की तेरी हाँ है , तो वो हंस के बोली ,
भाभी अगर सन्डे को जब भैया ऊपर कमरे में रहते हैं न उसी समय आऊं और सीधे उनके पास आऊँ तो समझ लीजिये मेरी हाँ , ...
और जवाब में उसके चूजे दबाती हुयी मैं बोली ,
अगर तेरे भैया तुझे चूम लें और इन चूजों को दबा दे तो समझ ले की उनका भी मन कर रहा है , फिर तू बच नहीं सकती बिना चुदे , तो जानते हो क्या बोली ,
" क्या बोली , "
वो सच में बेताब थे।
" बोली , बचना कौन चाहती है भाभी , ... मेरी दोनों सहेलियों की चिड़िया कब से उड़ रही है , मेरी बुलबुल भी उड़ने लगेगी और क्या , घोंट लेगी चारा ,... देखिये फटने वाली चीज है तो फटेगी ही , चुद जाउंगी तो चुद जाउंगी
और आज कल तो इतनी पिल्स आ रही हैं , इस्तेमाल के अगले दिन भी ले लुंगी तो कुछ नहीं होने वाला , और आपकी टेस्टेड एंड ट्राइड चीज है ,... "
एकदम उनकी हालत ख़राब।
" तो सोच ले यार अगर कल वो तेरा माल आया , और सीधे ऊपर कमरे में , तो इसका मलतब उसकी हाँ , और आगे अगर तूने इन कबूतरों को सहला दुलरा दिया तो बस तेरी भी हाँ , ... "
मैंने आगे का प्लान बताया , उस समय उसके चूजों की ही फोटो वो देख रहे थे ,
" सोच स्साले , तू उसकी ब्रा से इतना मस्त हो रहा था , अगर ब्रा के अंदर वाला मिले तो ,... "
मैंने फिर जोड़ा ,
" सच्च में टिकोरे बहुत मस्त हैं उसके , ... "
उन्होंने हामी भरी और मैंने साफ़ साफ़ पूछ लिया और अबकी पहली बार उन्होंने साफ़ साफ़ जवाब भी दे दिया
" हे बोल चोदेगा न मेरी ननद को , बोल न साफ़ साफ़ ,... "
" हाँ एकदम , अगर वो कल आयी मतलब उसने हाँ का , ... लेकिन अभी तो तेरी ननद की भाभी की लेनी है ,... "
और उनके कहे बिना मैंने निहुर कर उनकी फेवरिट पोज़ , डॉगी पोज़ में आ गयी और क्या हचक के चोदा उन्होंने।
सुबह हो रही थी लेकिन न मुझे फरक पड़ रहा था न उन्हें।
जनवरी के आखिरी दिन थे , ठंडक अभी भी चरम सीमा पर थी , हम लोगों ने परदे नहीं लगाए थे।
कुहासे की एक मोटी परत खिड़कियों के शीशे पर आड़ बन कर मौजूद थी।
बाहर बूँद बूँद ओस चू रही थी , अंदर नाइट लैम्प की रौशनी हलकी हलकी , बस बिस्तर पर धुंधली पड़ रही थी।
और उसी बिस्तर पर मैं , निहुरी , चेहरा मेरे तकिये में धंसा लेकिन चूतड़ पूरी तरह उठे , टाँगे एकदम फैली और हाथ से खींचकर मैंने एक दो तकिये पेट के नीचे लगा लिए।
अब उस मोटे की बारी थी जिसे मैं अपने नितम्बों के नीचे अब तक दबा दबा कर , मसल कर रगड़ कर तंग का रही थी , लेकिन मेरे नितम्बों से ज्यादा वो गरमाया था ,
अपनी ममेरी बहन की कुँवारी चूत और छोटी छोटी चूँची देखकर ,
मैं जानती थी मेरी ऐसी की तैसी होने वाली है , एक तो वो दूध , ....
रात भर की थकान कपूर की तरह उड़ गयी थी और एक अलग तरह की मस्ती मेरे अंदर भी और मुझसे ज्यादा उनके अंदर भी ,
फिर मेरी कच्ची उमर की ननद की वो सेक्सी फोटुएं , ...
एकदम उनकी हालत खराब थी ,
और उन्होंने मेरी हालत खराब कर दी ,
पहले धक्के में ही मेरी चीख निकल गयी , ... उईईईईईई ओह्ह्ह्ह नहीं नहीं