Thread Rating:
  • 6 Vote(s) - 2.67 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery धन्नो द हाट गर्ल
धन्नो बूढ़े के होंठ अपने पेट पर पड़ते ही बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गई और उसकी चूत से पानी की बूंदें निकलने लगी। बूढ़ा बड़े प्यार से धन्नो के पेट को ऊपर से नीचे तक चाट रहा था। धन्नो के गोरे पेट को चूमते हुए बूढ़े का लौड़ा फिर से तनने लगा। बूढ़ा अपना मुँह धन्नों के पेट से हटाते हुए उसकी साड़ी को उतारने लगा, मगर धन्नो के लेटने की वजह से वो साड़ी को ना उतार सका।

बूढ़े ने मौसी की तरफ देखते हुए कहा- “क्या आँखें फाड़कर देख रही हो? इधर आओ इसकी साड़ी उतारने में मेरी मदद करो...”

मौसी बूढे की बात सुनकर धन्नो की खटिया तक आते हुए बूढ़े के साथ मिलकर धन्नो की साड़ी को उसके जिश्म से अलग कर दिया। धन्नो अब सिर्फ एक छोटी सी कच्छी और ब्रा में थी। बूढ़ा धन्नो की साड़ी के उतरते
ही उसके पूरे गोरे जिश्म को देखकर फिर से लार टपकाने लगा।

धन्नो को गौर से देखते हुए बूढ़े ने कहा- “वाह... साली पूरी दूध की तरह सफेद है, देखो तो साली की चूचियां भी बहुत गोरी हैं.”

धन्नो बूढे की बात सुनकर उत्तेजना और शर्म के मारे पानी-पानी हो रही थी। धन्नो की ब्रा उसकी चूचियों को पूरा ढक नहीं पा रही थी, और धन्नो अगले पल के बारे में सोचते हुए और ज्यादा उत्तेजित हो रही थी। बूढ़े ने धन्नो के होंठों को गौर से देखा और खटिया पर बैठते हुए अपने होंठ धन्नो के होंठों पर रख दिये। धन्नो अचानक हुए इस हमले के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी। बूढ़ा धन्नो के दोनों होंठों को पूरा अपने मुँह में लेकर चूस रहा था। धन्नो को उस बूढ़े के मुँह से बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी, क्योंकी बूढ़े ने दारू पी रखी थी, धन्नो की साँसे अटकने लगी।

मौसी ने अचानक बूढ़े से कहा- “कुत्ते तुमने कहा था की उसे सिर्फ देखोगे, फिर तुम ऐसा क्यों कर रहे हो? अगर वो उठ गई तो तेरे साथ मेरी भी गाण्ड फटेगी...”

बूढ़ा मौसी की बात सुनकर धन्नो के होंठों को छोड़कर सीधा हो गया। धन्नो के होंठ चूसते हुए बूढ़े का लौड़ा फिर से तनकर उछल-कूद मचा रहा था और उसके लौड़े से प्री-कम की कुछ बूंदें निकल रही थी। मौसी ने जैसे ही बूढ़े के लौड़े से प्री-कम की बूंदों को निकलते हुए देखा, वो अपने हाथों से बूढ़े के लौड़े को पकड़कर वहाँ जमीन पर घुटनों के बल बैठ गई। मौसी ने वहाँ जमीन पर घुटनों के बाल बैठते हुए अपने हाथ से बूढे के लौड़े को पकड़ लिया, और अपनी जीभ निकालकर उसके लण्ड से निकलते हुए प्री-कम को चाटने लगी।

“आह्ह्ह...” बूढ़ा अपने लौड़े पर मौसी जीभ पड़ते ही सिसक उठा और मौसी के सिर को पकड़ते हुए उसे अपने
लौड़े पर दबाने लगा।

मौसी ने अपना मुँह खोलकर बूढ़े के काले लण्ड को अपने मुँह में भर लिया। बूढे का लौड़ा बहुत मोटा और बड़ा था इसलिए मौसी उसे आधा ही अपने मुँह में ले पा रही थी। बूढ़ा अपना लण्ड मौसी के मुँह में जाते ही उसे बालों से पकड़ते हुए अपने लौड़े को उसके मुँह में अंदर-बाहर करने लगा। मौसी की आँखों से आँसू निकलने लगे, क्योंकी बूढ़ा अपना लण्ड बहुत जोर-जोर से मौसी के मुँह में अंदर-बाहर कर रहा था। मौसी के मुँह में बूढ़े का । लण्ड हलक तक धक्के मार रहा था।



मौसी को अपने मुँह में दर्द होने लगा। इसलिए वो बूढ़े का लण्ड अपने मुँह से निकालकर उसे अपनी जीभ से। चाटने लगी। बूढ़ा मौसी के बालों को छोड़ते हुए धन्नो को निहारने लगा। धन्नों को देखते हुए बूढ़े ने उसकी ब्रा को उसकी चूचियों से नीचे सरका दिया।

वाह क्या चूचियां हैं?” बूढा धन्नो की गोरी चूचियां और उनके ऊपर छोटे से गुलाबी दाने को देखकर बोल पड़ा।

धन्नो की साँसें अपनी ब्रा के हटते ही फूलने लगी। बूढ़े ने अपना हाथ बढ़ाते हुए धन्नो की चूची को पकड़ लिया। बूढ़ा कुछ देर तक अपने हाथ से धन्नो की नरम चूचियों को अच्छी तरह से महसूस करने के बाद उसकी चूचियों के दाने से खेलने लगा। धन्नो अपने आपको जाने किस तरह काबू किए हुए थी। बूढ़े ने अचानक नीचे झुकते हुए धन्नो की एक चूची को अपने मुँह में ले लिया।

धन्नो का सारा जिश्म अकड़ गया और उसकी साँसे भी तेज हो गई। धन्नो की तेज साँसों की वजह से बूढ़ा डर गया, और अपना मुँह वहाँ से हटा दिया। धन्नो समझ गई की बूढ़ा डर गया है इसलिए वो नार्मल हो गई। बूढ़ा अपना हाथ बढ़कर धन्नो के गालों पर चपत लगाते हुए उसके चहरे को झंझोड़ने लगा। मगर धन्नो वैसे ही लेटी रही। बूढ़े ने फिर से धन्नो की चूची को अपने मुँह में ले लिया। बूढ़ा इस बार धन्नो की चूची को जोर-जोर से । चूसते हुए अपने हाथ से उसकी दूसरी चूची को सहलाने लगा। बूढा कुछ देर तक धन्नो की चूचियों को चूसने के बाद मौसी के हाथों से अपने लण्ड को छुड़ाते हुए नीचे होते हुए धन्नो की कच्छी को घूरने लगा।

मौसी ने बूढ़े से कहा की- “क्या देख रहे हो?”

बूढ़े ने कहा- “लौंडिया बहुत गरम है, बेहोश होते हुए भी इसकी चूत से इतना पानी निकला है की इसकी कच्छी गीली हो गई है। अगर होश में होती तो साली की क्या हालत होती?”

मौसी ने बूढे की बात सुनकर अपना हाथ धन्नो की कच्छी पर रख दिया और अपने हाथ को वहाँ पर ऊपर-नीचे करते हुए गीला कर लिया। मौसी ने अपना गीला हाथ अपनी नाक पर रखते हुए उसे सँघने लगी। अपना हाथ सँघते हुए मौसी ने अपनी आँखें बंद कर ली और अपनी जीभ निकालकर अपने हाथ को चाटने लगी।

मौसी अपना हाथ चाटते हुए बोली- “साली की चूत का पानी बहुत टेस्टी है...”
 horseride  Cheeta    
Like Reply


Messages In This Thread
RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 30-01-2019, 12:06 AM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)