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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
मोहित उसके छटपटाने की परवाह ना करते हुए अपनी दोनों उंगलियां उसकी गाण्ड में डाले हुए उसे चोदने लगा। राधा का छटपटाना कुछ ही देर में बंद हो गया। अब मोहित उसे चोदते हुए अपनी दोनों उंगलियों को भी धीरेधीरे उसकी गाण्ड में फिराने लगा। राधा को भी अब दर्द की बजाए मीठा मजा आने लगा और वो चीखने की बजाए मजे से सिसकने लगी।

प्रवीण अपना लण्ड मेरी चूत से निकालकर सीधा लेटे हुए अपनी पत्नी को देख रहा था। अपनी पत्नी की । सिसकियां सुनकर वो गर्म होने लगा, और मेरा हाथ पकड़ते हुए अपने लण्ड पर रख लिया। मैं अपने हाथ से उसके लण्ड को सहलाने लगी, और मोहित की तरफ देखने लगी।


मोहित अपनी दोनों उंगलियां बहुत जोर से राधा की गाण्ड में अंदर-बाहर करने लगा। राधा अपनी चूत में उसका लण्ड और अपनी गाण्ड में उसकी दो उंगलियां महसूस करके मजे से हवा में उड़ने लगी। उसकी साँसें बहुत जोर से चल रही थी वो झड़ने के बिल्कुल करीब थी।

मैं यह सब देखकर बहुत गर्म हो गई। प्रवीण भी अपनी पत्नी को ऐसे चुदते हुए देखकर बहुत गर्म हो चुका था, और उसका लण्ड तनकर वीर्य की कुछ बूंदें बहा रहा था। मैंने उठकर प्रवीण के लण्ड को अपने मुँह में भर लिया। उसका लण्ड मेरे मुँह में जाते ही फनफनाने लगा और प्रवीण मेरे बालों में हाथ डालकर अपने लण्ड पर दबाने लगा।\

राधा का पूरा शरीर काँपने लगा, मजे से उसकी आँखें बंद हो गई और “आअह्ह्ह..” करते हुए राधा झड़ने लगी।

मोहित राधा को झड़ता हुआ देखकर बहुत जोर के धक्के लगाता हुआ अपनी दोनों उंगलियों को उसकी गाण्ड में चारों और घुमाने लगा। राधा तो झड़ने का मजा ले रही थी, उसे उस वक़्त अपनी गाण्ड की कोई फिकर नहीं थी। मोहित ने अपनी उंगलियों से उसकी गाण्ड को अच्छी तरह से खोलने के बाद अपनी उंगलियों को उसकी गाण्ड से निकालकर अपना लण्ड उसकी चूत से निकालते हुए उसकी गाण्ड पर टिका दिया। राधा कुछ समझ पाती इससे पहले ही मोहित ने अपने लण्ड को एक जोर का धक्का मार दिया।

राधा चीखी- “ऊईए माआ... फट गई मेरी गाण्ड... ऊहह... मेरी गाण्ड में क्यों डाला?" मोहित का आधा लण्ड राधा की गाण्ड को चीरता हुआ अंदर घुस गया और वो दर्द के मारे छटपटाने लगी।

प्रवीण अपनी पत्नी की गाण्ड में लण्ड देखकर हैरान रह गया। उसने आज तक अपनी पत्नी की गाण्ड नहीं मारी थी। उसने मेरे मुँह से अपना लण्ड निकालकर मुझे उल्टा लेटा दिया और इससे पहले की मैं कुछ समझ पाती उसने अपना लण्ड मेरी गाण्ड पर रखते हुए एक करारा धक्का मार दिया।

धन्नो के मुँह से- “ऊह्ह.. आह्ह्ह...” की चीख निकल गई। प्रवीण का आधा लण्ड मेरी गाण्ड में गायब हो चुका था। वैसे तो मैं अपनी गाण्ड कई दफा मरवा चुकी थी, मगर इतने दिनों बाद लण्ड लेने में तकलीफ हो रही थी।

मोहित राधा के छटपटाने की परवाह ना करते हुए अपने आधे लण्ड से ही उसे हल्के धक्कों के साथ चोदने लगा। कुछ ही देर में राधा की चीखें सिसकियों में तब्दील होने लगी। मोहित राधा की गाण्ड में अपना लण्ड अंदर-बाहर करते हुए अपने हाथ से उसकी चूत को सहलाने लगा।

प्रवीण अपने आधे लण्ड से ही मेरी गाण्ड में धक्के लगाने लगा। प्रवीण ने मेरी गाण्ड को चोदते हुए अचानक दो तीन जोर के धक्के मारकर अपना पूरा लण्ड मेरी गाण्ड में घुसा दिया।
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 25-01-2019, 11:08 AM



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