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Adultery धन्नो द हाट गर्ल
मैं उसके तगड़े लण्ड के जोरदार धक्के बर्दाश्त ना कर सकी और कुछ ही धक्कों के बाद मेरा पूरा बदन कांपने लगा। मैंने मजे से अपनी आँखें बंद कर ली और मेरी चूत झटके खाते हुए मोहित के लण्ड पर सिकुड़ते हुए झड़ने लगी।

आअह्ह्ह... ऊओह्ह..." झड़ते हुए मेरे मुँह से बहुत जोर की सिसकियां निकलने लगी।

मोहित मुझे झड़ता हुआ देखकर बहुत जोरदार धक्के मारने लगा। मेरी चूत गीली होने के कारण उसका लण्ड मेरी चूत में आराम से अंदर-बाहर हो रहा था, और पूरा कमरा पच-पच की आवाज से गूंजने लगा। मोहित के ऊपर जैसे पागलपन का दौरा पड़ गया था। वो मेरी चूत को पूरी ताकत के साथ चोद रहा था और उसका लण्ड मेरे पेट तक धक्के मार रहा था। मोहित के धक्कों की वजह से मैं फिर से गरम होने लगी और अपने चूतड़ मोहित के लण्ड पर उछालने लगी। कुछ ही देर के बाद मोहित का बदन अकड़ने लगा और वो काँपते हुए मेरी चूत में बहुत जोर के धक्के लगाता हुआ आअहह्ह... करते हुए झड़ने लगा।

मोहित के लण्ड से निकलते हुए गरम वीर्य के अहसास के साथ ही मेरी चूत भी पानी की नदियां बहाने लगी। मैं आअहह्ह... करते हुए झड़ने लगी।

मोहित के लण्ड से ना जाने कितनी देर तक वीर्य की बारिश होती रही। उसके लण्ड से इतना ज्यादा वीर्य निकलता था कि उसका वीर्य मेरी चूत को पूरा भरता हुआ मेरी चूत से निकलकर बेड पर गिरने लगा। मोहित झड़ने के बाद मेरे ऊपर से हटकर बेड पर ढेर हो गया। मोहित की आज की चुदाई से मेरी चूत सूज गई थी, क्योंकी उसने जोश में आकर इतने जोर से चुदाई की थी की उसका लण्ड मेरी चूत में बच्चेदानी में आकर धक्के लगा रहा था। मैं कुछ देर तक यूँ ही लेटे रहने के बाद उठकर बाथरूम में चली गई। मेरे पीछे मोहित भी बाथरूम में आ गया।

मैंने उसे देखकर कहा- “क्या हुआ, तुम जाओ मुझे पेशाब करनी है?”

मोहित मेरी सूजी हुई चूत की तरफ देखते हुए जमीन पर लेट गया और मुझसे कहा- “आओ मेरे मुँह के ऊपर आकर पेशाब करो। मुझे तुम्हारी पेशाब का स्वाद चखना है."

मैंने उससे कहा- “तुम पागल तो नहीं हो गये हो? जाओ यहां से...”

मोहित मुझे टाँगों से पकड़ते हुए अपने ऊपर खींचने लगा। मैं मजबूर होकर अपनी दोनों टाँगें उसके मुँह के दोनों तरफ करते हुए उसके ऊपर बैठ गई। मेरी चूत मोहित के मुँह के ऊपर थी। मैंने जोर देकर मूतना शुरू किया, सीईईईई की आवाज के साथ मेरी चूत से पेशाब निकलना शुरू हो गया। मैं यह देखकर हैरान रह गई की मोहित अपना मुँह खोलकर मेरे पेशाब को पीने लगा। मगर मेरी चूत से इतना पेशाब निकला की मोहित का पूरा चेहरा मेरे मूत से भीग गया।

मोहित मेरे मूतने के बाद अपनी जीभ निकालकर मेरी चूत को चाटने लगा। मोहित की जीभ अपनी चूत पर महसूस करते ही मेरे मुँह से आअह्ह्ह... निकल गया, और मैं अपनी चूत को मोहित के मुँह पर दबाने लगी। मोहित ने कुछ देर तक मेरी चूत को चाटने के बाद मुझे अपने ऊपर से हटाते हुए वहीं पर उल्टा लेटा दिया। मेरे उल्टा होते ही मोहित मेरे पीछे आ गया और अपनी जीभ निकालकर मेरी पीछे से फूली हुए चूत पर फिराने लगा। मोहित की जीभ अपनी चूत पर महसूस करते ही मैं अपने-अपने चूतड़ पीछे की तरफ धकेलने लगी।
 horseride  Cheeta    
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RE: धन्नो द हाट गर्ल - by sarit11 - 25-01-2019, 10:35 AM



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