25-01-2019, 10:35 AM
मोहित अपना लण्ड मेरे मुँह में जाते ही मुझे बालों से पकड़कर अपने लण्ड को मेरे मुँह में अंदर-बाहर करने लगा। थोड़ी देर तक उसका लण्ड चूसने के बाद मैंने उसे अपने मुँह से निकाल दिया क्योंकी मेरी चूत में आग लगी हुई थी। मैं मोहित को दूसरी बार ऐसे ही नहीं झड़ाना चाहती थी।
मैंने मोहित से कहा- “तुम्हारा लण्ड इतना मोटा है की मेरे मुँह में ही नहीं आ रहा, यह मेरी छोटी सी चूत में कैसे घुसेगा?”
मोहित ने मेरे होंठों को चूमते हुए मुझे सीधा लेटा दिया और उसने मेरी टाँगों के नीचे बैठते हुए मेरी टाँगों को घुटनों तक मोड़कर उन्हें मेरे पेट पर रख दिया। मोहित अपने लण्ड को मेरी गीली चूत पर रगड़ने लगा।
मैंने मोहित से सिसकते हुए कहा- “प्लीज... मोहित मेरी छोटी सी चूत में अपना लण्ड आराम से घुसाना। मैंने सुना है की पहली बार में बहुत दर्द होता है...”
मोहित ने कहा- “करुणा तुम चिंता मत करो पहली बार में थोड़ा दर्द तो होता ही है...” कहकर मोहित ने अपना लण्ड मेरी चूत पर रगड़ते हुए अचानक उसे मेरे छेद पर रखकर एक जोर का धक्का मार दिया। मोहित का आधा लण्ड, मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया।
मोहित का आधा लण्ड मेरी चूत में घुसते ही मैं उसको जोश दिलाने के लिए जोर से चीखने लगी- “ऊओईई.. माँ... मर गई, निकालो.. मेरी छोटी सी चूत को फाड़ दिया, ओहह... प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है...”
मोहित मेरी बात को सुनकर बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गया और मेरी टाँगों को जोर से पकड़ते हुए एक जोर का धक्का लगाकर अपना पूरा लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मोहित का पूरा लण्ड घुसते ही मैं और जोर से चिल्लाते हुए- “ऊऊईई... तुम्हारा बहुत मोटा है निकालो...” कहते हुए उसकी गाण्ड में अपने नाखून गड़ा दिए।
मोहित मेरी चीखों की परवाह ना करते हुए अपने लण्ड को मेरी चूत में बहुत जोर से अंदर-बाहर करने लगा। मोहित का लण्ड उत्तेजना की वजह से बहुत मोटा और ज्यादा लंबा हो गया था, जिस कारण उसका लण्ड मेरी चूत में फँस-हँसकर अंदर-बाहर हो रहा था और मेरी चूत में बहुत जोर की रगड़ खा रहा था।
मैंने मोहित से कहा- “तुम्हारा लण्ड इतना मोटा है की मेरे मुँह में ही नहीं आ रहा, यह मेरी छोटी सी चूत में कैसे घुसेगा?”
मोहित ने मेरे होंठों को चूमते हुए मुझे सीधा लेटा दिया और उसने मेरी टाँगों के नीचे बैठते हुए मेरी टाँगों को घुटनों तक मोड़कर उन्हें मेरे पेट पर रख दिया। मोहित अपने लण्ड को मेरी गीली चूत पर रगड़ने लगा।
मैंने मोहित से सिसकते हुए कहा- “प्लीज... मोहित मेरी छोटी सी चूत में अपना लण्ड आराम से घुसाना। मैंने सुना है की पहली बार में बहुत दर्द होता है...”
मोहित ने कहा- “करुणा तुम चिंता मत करो पहली बार में थोड़ा दर्द तो होता ही है...” कहकर मोहित ने अपना लण्ड मेरी चूत पर रगड़ते हुए अचानक उसे मेरे छेद पर रखकर एक जोर का धक्का मार दिया। मोहित का आधा लण्ड, मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया।
मोहित का आधा लण्ड मेरी चूत में घुसते ही मैं उसको जोश दिलाने के लिए जोर से चीखने लगी- “ऊओईई.. माँ... मर गई, निकालो.. मेरी छोटी सी चूत को फाड़ दिया, ओहह... प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है...”
मोहित मेरी बात को सुनकर बहुत ज्यादा उत्तेजित हो गया और मेरी टाँगों को जोर से पकड़ते हुए एक जोर का धक्का लगाकर अपना पूरा लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मोहित का पूरा लण्ड घुसते ही मैं और जोर से चिल्लाते हुए- “ऊऊईई... तुम्हारा बहुत मोटा है निकालो...” कहते हुए उसकी गाण्ड में अपने नाखून गड़ा दिए।
मोहित मेरी चीखों की परवाह ना करते हुए अपने लण्ड को मेरी चूत में बहुत जोर से अंदर-बाहर करने लगा। मोहित का लण्ड उत्तेजना की वजह से बहुत मोटा और ज्यादा लंबा हो गया था, जिस कारण उसका लण्ड मेरी चूत में फँस-हँसकर अंदर-बाहर हो रहा था और मेरी चूत में बहुत जोर की रगड़ खा रहा था।