19-02-2023, 12:43 AM
ख्वाइस....
नमस्कार दोस्तो मेरा नाम सचिन है ।और मैं जयपुर का रहने वाला हु ।
मेरी उमर अभी 19 साल है ,और मेरे मम्मी पापा गांव में रहते है तो मैं पढ़ाई के लिए जयपुर आया हुआ था ।और ताऊजी के यहां रहता हु ,मेरे ताऊजी के कोई लड़का नहीं है सिर्फ उनके दो लड़की है
बड़ी दीदी का नाम निधि है ।और छोटी का नाम प्रिया है।
निधि दी दी की शादी 2 साल पहले ही हो गई थी।और प्रिया दिल्ली में कोचिंग के लिए गई हुई थी ।घर पर मैं अकेला ही था ,और ताऊजी रहते थे।
घर पर अकेला होने के कारण मैं अक्सर रात को पोर्न मूवी देख के मुठ मरता और अपनी वासना को शांत कर लेता था ।
आज से करीब एक महीने पहले की बात है ,निधि दीदी और जीजाजी जयपुर आए हुए थे ।
जीजाजी का कुछ दिन के लिए ट्रांसफर जयपुर हो गया था ।
तो निधि दीदी और जीजाजी यही रह रहे थे ।
निधि दीदी का रंग गोरा और उनकी लंबाई भी अच्छी थी ।
एक दिन सभी परिवार के लोग खाना खा के बाते कर रहे थे ।और कुछ देर बात करने के बाद सभी अपने अपने रूम में जाके सो गए ।
ताऊजी की तबीयत थोड़ी खराब रहती थी ।तो वो दबाई लेके सोते थे ,जिसकी वजह से वह बहुत गहरी नींद में सोया करते थे ।
रात के करीब 2 बज रहे थे ।मुझे बहुत प्यास लग रही थी ।
तो मैं किचन में पानी पीने चला गया ।
किचन के बगल में ही निधि दीदी का रूम था ।
मैने देखा की अभी तक रूम की लाइट जल रही थी ।
रूम के बगल में एक छोटा सा जांगला था ,जिसमे कांच लगा हुआ था । मैं दीदी के रूम की तरफ जाने लगा ।
मुझे लगा की दीदी को नींद नही आ रही है ।
मैने कांच से रूम में झांका तो देखा की ।
जीजाजी ने सिर्फ चड्डी पहने हुए थे ,और निधि दीदी उनके शरीर पे तेल मालिश कर रही थी।
कुछ देर तक दीदी उनके शरीर पे तेल की मालिश करती रही ।फिर वो उनके पैरो की मालिश करने लग गई । और फिर दीदी जीजाजी के गालों पे किस करने लगी ।
और फिर उनकी छाती पे किस करने लगी ।दीदी की साड़ी का पल्लू गिर गया ।
दीदी ने गुलाबी बिलाऊज पहना हुआ था ,जिसमे से हल्की हल्की उनकी ब्रा भी दिखा रही थी ।
दीदी ने जीजाजी को बेड पे लेटाया और उनके शरीर को किस करने लगी ।
निधि दीदी जीजाजी की चड्डी पे हाथ फेरते हुए उनकी छाती को चूमे जा रही थी ।
निधि दीदी जीजाजी के निपल को मुंह में भरके उन्हें चूस रही थी ।
मुझे काफी अजीब लग रहा था ,और बहुत शर्म भी आ रही थी।
लेकिन मेरे पैर वापिस आने को राजी नहीं थे ।
जीजाजी ने दीदी को अपनी बाहों में भरा और दीदी को अपने नीचे लेटा के उनके गुलाबी होठों पे किस करने लगी ।
वो निधि दीदी के होठों को मुंह में भर भर के उनके किस कर रहे थे ।
होठों पे किस करते हुए ,जीजाजी ने अपना मुंह दीदी की छाती पे रखा और उनकी छाती को किस करने लगे ।
निधि दीदी मदहोश होके ,जीजाजी के पीठ पे हाथ फेर रही थी।
जीजाजी किस करते हुए दीदी की नाभी पे किस करने लगे ,इससे निधि दीदी और उत्तेजित हो गई ।
जीजाजी कुछ देर तक दीदी की नाभी पे ऐसे ही किस करते रहे ।
उन्होंने अपनी जीभ निकाली और दीदी की नाभी को चाटने लगे
फिर वो वापिस उपर आए और दीदी की गर्दन पे किस करने लगे ।
उन्होंने दीदी को हल्का सा खड़ा किया और बेड पे बैठा दिया ,दीदी जीजाजी के कानो को चाटने लगी ।
और उन्हें प्यार कर रही थी ।
जीजाजी उनके ब्लाउज की डोरी खोलने लगे,और उनका ब्लाउज उतार दिया ।
निधि दीदी ने काली ब्रा पनही हुई थी।
और उनके ब्रा से बूब्स भी नेचुरल दिख रहे थे ।(न ज्यादा मोटे न ज्यादा पतले)
दीदी फिर से जीजाजी के होठों पे किस करने लगी ,किस करते हुए जीजाजी ने उनकी साड़ी उतार दी ।
दीदी ने नीचे पीला पेटीकोट पहना हुआ था ,जीजाजी दीदी के पैरो को चूमने लगे ,और पैरो को चूमते हुए दीदी को बेड पे उलटा लेता दिया ,और दूसरे हाथ से उनका पेटीकोट ऊपर सरका दिया ।
अब मुझे निधि दीदी के पेटीकोट के भीतर की लाल पैन्टी भी दिखाई दे रही थी ।
और दीदी को ऐसे हालात में देख के मेरा लन्ड भी खड़ा हो रहा था ।
जीजाजी दीदी के पैरो को चूमते हुए एक हाथ से उनके कूल्हों को भी दबा रहे थे , जीजाजी दोनो हाथो से दीदी के कूल्हों को दबाने लगे ।
दीदी का मुंह खुला हुआ था ,लेकिन कांच की बजा से बाहर तक कोई आवाज नहीं आ रही थी।
कूल्हों को दबाने के बाद जीजाजी दीदी की पीठ पे अपनी जीभ फेरने लगे और उनकी पीठ को चाटने लगे ।
दीदी बिस्तर पकड़े अपनी पीठ चटवा रही रही। पीठ चाटने के बाद जीजाजी ने पेटीकोट को थोड़ा और उपर किया ,और दीदी की पैन्टी के उपर से निधि दीदी की गांड़ को सूंघने लगे ।और अपना मुंह गांड़ पे रख के पैन्टी को चाटने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्हह्ह्ह...... आआह्ह्हह्ह्ह
जीजाजी जीभ को उपर नीचे कर कर के दीदी की पैन्टी को चाट रहे थे । उन्होंने दीदी को सीधा किया ,और उनके उपर लेट के ब्रा के उपर से दीदी के बूब्स को किस करने लगे । बूब्स को किस करते हुए वे अपना होठ निधि दीदी के पास ले गए और उनके होठों को अपने मुंह में भर के किस करने लगे ।
दीदी भी जीजाजी को किस करने में अपना पूरा साथ दे रही थी ।
दीदी ने जीजाजी को बेड पे लेटाया और खुद उनके उपर आके लेट गई और उनके होठों पे किस करने लगी ।दीदी उनके बालो में हाथ फेरते हुए उन्हें किस कर रही थी।
जीजाजी थोड़े से बेड पे बैठे और दीदी के पेटीकोट का नाडा खोलने लगे ।
निधि दीदी भी पेटीकोट का नाडा खोलने में उनकी मदद कर रही थी।
दीदी और जीजाजी ने एक साथ मिलके पेटीकोट उतार दिया ,अब मेरे सामने वो ब्रा और पैन्टी में थी ।
काली ब्रा ...और लाल पैन्टी।
जीजाजी ब्रा के उपर से ही दीदी के बूब्स को दबाने लगे ,और उन्हें मसकने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्हह्ह्ह..........
जीजाजी कुछ देर तक ब्रा के उपर से ही बूब्स को दबाते रहे ,फिर उन्होंने दीदी की ब्रा खोलके निकाल दी ।
दीदी के बूब्स और उनपे छोटे छोटे निपल ................
जीजाजी बेड पे लेट गए ,दीदी ने उनकी चड्डी उतार दी ,जीजाजी का लन्ड एक दम लंबा और तना हुआ था ।
दीदी ने लन्ड हाथ में पकड़ा और लन्ड को अपने मुंह में भरा और लोलीपॉप की तरह उसे चूसने लगी ।
जीजाजी बेड पे लेट दीदी से अपना लन्ड चुसवा रहे थे ।
उन्होंने निधि दीदी के बालो को पकड़ा और तेज तेज अपना लन्ड चुसवाने लगे ,दीदी बड़े मजे के साथ उनका लन्ड चूस रही थी।
दीदी लन्ड को पूरा अपने मुंह में भरके चूसे ही जा रही थी,लन्ड चूसने के बाद दीदी बेड पे खड़ी हो गई ।
जीजाजी बेड पे बैठ कर दीदी की पैन्टी उतार दी ,निधि दीदी की चूत पे हल्के हल्के काले बाल थे ।
लेकिन उनकी चूत एकदम साफ दिख रही थी,जीजाजी ने दीदी की चूत में अपना मुंह लागया और चूत को चाटने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्ह्ह्ह.... आआह्ह्हह्ह्ह।
जीजाजी ने अपनी जीभ निकाली और दीदी की चूत में डाल के उसे चाटने लगे ,
दीदी बेड पे खड़े खड़े मजे ले लेके। अपनी चूत चटवा रही थी ।
जीजाजी ने दीदी की चूत में दो उंगली डाली और उपर नीचे करने लगे । दीदी अपने बालो को हाथो में भर के इस चूदाई का मजा ले रही थी ।
जीजाजी जोर जोर से दीदी की चूत में उंगली करने लगे ,जिससे दीदी अधिक कामुक हुए जा रही थी। कुछ देर तक वो दीदी को ऐसे ही उंगलियों से ही चोदते रहे ।
उन्होंने दीदी की चूत से उंगली बाहर निकली ,और बेड पे लेट गए ।दीदी उनके लन्ड पे बैठी और अपने दोनो हाथ जीजाजी की छाती पे रख के उपर नीचे होने लगी ।
दीदी के कूल्हों की थोड़ी थोड़ी आवाज बाहर तक आ रही थी।
जीजाजी अपनी आंखे बंद करके मजे ले रहे थे ।
दीदी ने अपनी चुदने की स्पीड तेज की और वो जीजाजी के लन्ड पे जोर जोर से उपर नीचे होने लगी ।
लगभग दीदी 3 मिनट तक ऐसे हीं लन्ड पे उपर नीचे होके चूद रही थी।
फिर थोड़ी देर में ही जीजाजी निधि दीदी की चूत में ही झड़ गए ।
और थक के सो गए।
निधि दीदी: गुस्से से थोड़ी लाल हो गई ...और वो भी उनके लन्ड से उतर के कंबल ओढ़ के दूसरी तरफ करवट लेके सो गई ।
मैं भी अपने रूम की तरफ आ गया ,और सोने लगा ।लेकिन आज रात मुझे नींद नही आ रही थी ।
और आए भी तो कैसे जैसे ही मैं सोने के लिए अपनी आंखे बंद करता ।
निधि दीदी का नंगा शरीर मेरे सामने आता ।और मेरा लन्ड अभी भी दीदी के बारे में सोच सोच के खड़ा हुआ था ।
थोड़ी देर में मेरी आंख लग गई और मैं सो गया । और मुझे पूरी रात दीदी की चूदाई के ही सपने आए ।
सुभा मैं जब जगा तो मुझे कुछ कमजोरी सी फील हो रही थी । मैंने अपना पजामा उतार के देखा तो मेरी चड्डी पूरी वीर्य से गीली हो रखी थी।
मैं बाथरूम में गया और फ्रेश होने लगा.......................
(आगे की कहानी में क्या होता है .......इसके लिए थोड़ा वेट कीजिए और तब तक चूत में उंगली डाल के आनंद लीजिए)
Wirter:Samarsharma
नमस्कार दोस्तो मेरा नाम सचिन है ।और मैं जयपुर का रहने वाला हु ।
मेरी उमर अभी 19 साल है ,और मेरे मम्मी पापा गांव में रहते है तो मैं पढ़ाई के लिए जयपुर आया हुआ था ।और ताऊजी के यहां रहता हु ,मेरे ताऊजी के कोई लड़का नहीं है सिर्फ उनके दो लड़की है
बड़ी दीदी का नाम निधि है ।और छोटी का नाम प्रिया है।
निधि दी दी की शादी 2 साल पहले ही हो गई थी।और प्रिया दिल्ली में कोचिंग के लिए गई हुई थी ।घर पर मैं अकेला ही था ,और ताऊजी रहते थे।
घर पर अकेला होने के कारण मैं अक्सर रात को पोर्न मूवी देख के मुठ मरता और अपनी वासना को शांत कर लेता था ।
आज से करीब एक महीने पहले की बात है ,निधि दीदी और जीजाजी जयपुर आए हुए थे ।
जीजाजी का कुछ दिन के लिए ट्रांसफर जयपुर हो गया था ।
तो निधि दीदी और जीजाजी यही रह रहे थे ।
निधि दीदी का रंग गोरा और उनकी लंबाई भी अच्छी थी ।
एक दिन सभी परिवार के लोग खाना खा के बाते कर रहे थे ।और कुछ देर बात करने के बाद सभी अपने अपने रूम में जाके सो गए ।
ताऊजी की तबीयत थोड़ी खराब रहती थी ।तो वो दबाई लेके सोते थे ,जिसकी वजह से वह बहुत गहरी नींद में सोया करते थे ।
रात के करीब 2 बज रहे थे ।मुझे बहुत प्यास लग रही थी ।
तो मैं किचन में पानी पीने चला गया ।
किचन के बगल में ही निधि दीदी का रूम था ।
मैने देखा की अभी तक रूम की लाइट जल रही थी ।
रूम के बगल में एक छोटा सा जांगला था ,जिसमे कांच लगा हुआ था । मैं दीदी के रूम की तरफ जाने लगा ।
मुझे लगा की दीदी को नींद नही आ रही है ।
मैने कांच से रूम में झांका तो देखा की ।
जीजाजी ने सिर्फ चड्डी पहने हुए थे ,और निधि दीदी उनके शरीर पे तेल मालिश कर रही थी।
कुछ देर तक दीदी उनके शरीर पे तेल की मालिश करती रही ।फिर वो उनके पैरो की मालिश करने लग गई । और फिर दीदी जीजाजी के गालों पे किस करने लगी ।
और फिर उनकी छाती पे किस करने लगी ।दीदी की साड़ी का पल्लू गिर गया ।
दीदी ने गुलाबी बिलाऊज पहना हुआ था ,जिसमे से हल्की हल्की उनकी ब्रा भी दिखा रही थी ।
दीदी ने जीजाजी को बेड पे लेटाया और उनके शरीर को किस करने लगी ।
निधि दीदी जीजाजी की चड्डी पे हाथ फेरते हुए उनकी छाती को चूमे जा रही थी ।
निधि दीदी जीजाजी के निपल को मुंह में भरके उन्हें चूस रही थी ।
मुझे काफी अजीब लग रहा था ,और बहुत शर्म भी आ रही थी।
लेकिन मेरे पैर वापिस आने को राजी नहीं थे ।
जीजाजी ने दीदी को अपनी बाहों में भरा और दीदी को अपने नीचे लेटा के उनके गुलाबी होठों पे किस करने लगी ।
वो निधि दीदी के होठों को मुंह में भर भर के उनके किस कर रहे थे ।
होठों पे किस करते हुए ,जीजाजी ने अपना मुंह दीदी की छाती पे रखा और उनकी छाती को किस करने लगे ।
निधि दीदी मदहोश होके ,जीजाजी के पीठ पे हाथ फेर रही थी।
जीजाजी किस करते हुए दीदी की नाभी पे किस करने लगे ,इससे निधि दीदी और उत्तेजित हो गई ।
जीजाजी कुछ देर तक दीदी की नाभी पे ऐसे ही किस करते रहे ।
उन्होंने अपनी जीभ निकाली और दीदी की नाभी को चाटने लगे
फिर वो वापिस उपर आए और दीदी की गर्दन पे किस करने लगे ।
उन्होंने दीदी को हल्का सा खड़ा किया और बेड पे बैठा दिया ,दीदी जीजाजी के कानो को चाटने लगी ।
और उन्हें प्यार कर रही थी ।
जीजाजी उनके ब्लाउज की डोरी खोलने लगे,और उनका ब्लाउज उतार दिया ।
निधि दीदी ने काली ब्रा पनही हुई थी।
और उनके ब्रा से बूब्स भी नेचुरल दिख रहे थे ।(न ज्यादा मोटे न ज्यादा पतले)
दीदी फिर से जीजाजी के होठों पे किस करने लगी ,किस करते हुए जीजाजी ने उनकी साड़ी उतार दी ।
दीदी ने नीचे पीला पेटीकोट पहना हुआ था ,जीजाजी दीदी के पैरो को चूमने लगे ,और पैरो को चूमते हुए दीदी को बेड पे उलटा लेता दिया ,और दूसरे हाथ से उनका पेटीकोट ऊपर सरका दिया ।
अब मुझे निधि दीदी के पेटीकोट के भीतर की लाल पैन्टी भी दिखाई दे रही थी ।
और दीदी को ऐसे हालात में देख के मेरा लन्ड भी खड़ा हो रहा था ।
जीजाजी दीदी के पैरो को चूमते हुए एक हाथ से उनके कूल्हों को भी दबा रहे थे , जीजाजी दोनो हाथो से दीदी के कूल्हों को दबाने लगे ।
दीदी का मुंह खुला हुआ था ,लेकिन कांच की बजा से बाहर तक कोई आवाज नहीं आ रही थी।
कूल्हों को दबाने के बाद जीजाजी दीदी की पीठ पे अपनी जीभ फेरने लगे और उनकी पीठ को चाटने लगे ।
दीदी बिस्तर पकड़े अपनी पीठ चटवा रही रही। पीठ चाटने के बाद जीजाजी ने पेटीकोट को थोड़ा और उपर किया ,और दीदी की पैन्टी के उपर से निधि दीदी की गांड़ को सूंघने लगे ।और अपना मुंह गांड़ पे रख के पैन्टी को चाटने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्हह्ह्ह...... आआह्ह्हह्ह्ह
जीजाजी जीभ को उपर नीचे कर कर के दीदी की पैन्टी को चाट रहे थे । उन्होंने दीदी को सीधा किया ,और उनके उपर लेट के ब्रा के उपर से दीदी के बूब्स को किस करने लगे । बूब्स को किस करते हुए वे अपना होठ निधि दीदी के पास ले गए और उनके होठों को अपने मुंह में भर के किस करने लगे ।
दीदी भी जीजाजी को किस करने में अपना पूरा साथ दे रही थी ।
दीदी ने जीजाजी को बेड पे लेटाया और खुद उनके उपर आके लेट गई और उनके होठों पे किस करने लगी ।दीदी उनके बालो में हाथ फेरते हुए उन्हें किस कर रही थी।
जीजाजी थोड़े से बेड पे बैठे और दीदी के पेटीकोट का नाडा खोलने लगे ।
निधि दीदी भी पेटीकोट का नाडा खोलने में उनकी मदद कर रही थी।
दीदी और जीजाजी ने एक साथ मिलके पेटीकोट उतार दिया ,अब मेरे सामने वो ब्रा और पैन्टी में थी ।
काली ब्रा ...और लाल पैन्टी।
जीजाजी ब्रा के उपर से ही दीदी के बूब्स को दबाने लगे ,और उन्हें मसकने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्हह्ह्ह..........
जीजाजी कुछ देर तक ब्रा के उपर से ही बूब्स को दबाते रहे ,फिर उन्होंने दीदी की ब्रा खोलके निकाल दी ।
दीदी के बूब्स और उनपे छोटे छोटे निपल ................
जीजाजी बेड पे लेट गए ,दीदी ने उनकी चड्डी उतार दी ,जीजाजी का लन्ड एक दम लंबा और तना हुआ था ।
दीदी ने लन्ड हाथ में पकड़ा और लन्ड को अपने मुंह में भरा और लोलीपॉप की तरह उसे चूसने लगी ।
जीजाजी बेड पे लेट दीदी से अपना लन्ड चुसवा रहे थे ।
उन्होंने निधि दीदी के बालो को पकड़ा और तेज तेज अपना लन्ड चुसवाने लगे ,दीदी बड़े मजे के साथ उनका लन्ड चूस रही थी।
दीदी लन्ड को पूरा अपने मुंह में भरके चूसे ही जा रही थी,लन्ड चूसने के बाद दीदी बेड पे खड़ी हो गई ।
जीजाजी बेड पे बैठ कर दीदी की पैन्टी उतार दी ,निधि दीदी की चूत पे हल्के हल्के काले बाल थे ।
लेकिन उनकी चूत एकदम साफ दिख रही थी,जीजाजी ने दीदी की चूत में अपना मुंह लागया और चूत को चाटने लगे ।
निधि दीदी: आआह्ह्ह्ह्ह.... आआह्ह्हह्ह्ह।
जीजाजी ने अपनी जीभ निकाली और दीदी की चूत में डाल के उसे चाटने लगे ,
दीदी बेड पे खड़े खड़े मजे ले लेके। अपनी चूत चटवा रही थी ।
जीजाजी ने दीदी की चूत में दो उंगली डाली और उपर नीचे करने लगे । दीदी अपने बालो को हाथो में भर के इस चूदाई का मजा ले रही थी ।
जीजाजी जोर जोर से दीदी की चूत में उंगली करने लगे ,जिससे दीदी अधिक कामुक हुए जा रही थी। कुछ देर तक वो दीदी को ऐसे ही उंगलियों से ही चोदते रहे ।
उन्होंने दीदी की चूत से उंगली बाहर निकली ,और बेड पे लेट गए ।दीदी उनके लन्ड पे बैठी और अपने दोनो हाथ जीजाजी की छाती पे रख के उपर नीचे होने लगी ।
दीदी के कूल्हों की थोड़ी थोड़ी आवाज बाहर तक आ रही थी।
जीजाजी अपनी आंखे बंद करके मजे ले रहे थे ।
दीदी ने अपनी चुदने की स्पीड तेज की और वो जीजाजी के लन्ड पे जोर जोर से उपर नीचे होने लगी ।
लगभग दीदी 3 मिनट तक ऐसे हीं लन्ड पे उपर नीचे होके चूद रही थी।
फिर थोड़ी देर में ही जीजाजी निधि दीदी की चूत में ही झड़ गए ।
और थक के सो गए।
निधि दीदी: गुस्से से थोड़ी लाल हो गई ...और वो भी उनके लन्ड से उतर के कंबल ओढ़ के दूसरी तरफ करवट लेके सो गई ।
मैं भी अपने रूम की तरफ आ गया ,और सोने लगा ।लेकिन आज रात मुझे नींद नही आ रही थी ।
और आए भी तो कैसे जैसे ही मैं सोने के लिए अपनी आंखे बंद करता ।
निधि दीदी का नंगा शरीर मेरे सामने आता ।और मेरा लन्ड अभी भी दीदी के बारे में सोच सोच के खड़ा हुआ था ।
थोड़ी देर में मेरी आंख लग गई और मैं सो गया । और मुझे पूरी रात दीदी की चूदाई के ही सपने आए ।
सुभा मैं जब जगा तो मुझे कुछ कमजोरी सी फील हो रही थी । मैंने अपना पजामा उतार के देखा तो मेरी चड्डी पूरी वीर्य से गीली हो रखी थी।
मैं बाथरूम में गया और फ्रेश होने लगा.......................
(आगे की कहानी में क्या होता है .......इसके लिए थोड़ा वेट कीजिए और तब तक चूत में उंगली डाल के आनंद लीजिए)
Wirter:Samarsharma